बण्डा। सोमवार को बण्डा-सागर रोड स्थित बरा चौराहा किसानों के गुस्से का केंद्र बन गया, जब सैकड़ों किसानों ने अपनी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ सड़क पर उतरकर व्यापारियों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। नाराज किसानों ने सड़क जाम कर दिया, जिससे क्षेत्र में लंबे समय तक यातायात ठप रहा।
मंडी में मक्का खरीदी को लेकर विवाद
किसानों का कहना था कि वे अपनी मक्का उपज लेकर कृषि उपज मंडी पहुंचे थे, लेकिन वहां मौजूद व्यापारियों ने उनकी फसल खरीदने से इंकार कर दिया। किसानों के अनुसार, मंडी में कुल 39 लाइसेंसी व्यापारी पंजीकृत हैं, फिर भी बोली प्रक्रिया के दौरान मुश्किल से 8 से 10 व्यापारी ही मंडी में उपस्थित रहते हैं। बाकी व्यापारी मंडी के बाहर से खरीदी कर रहे हैं, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
लाइसेंस निरस्त करने की मांग
किसानों ने मांग की कि ऐसे व्यापारियों के लाइसेंस तत्काल प्रभाव से रद्द किए जाएं और मंडी में खरीदी की पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। प्रदर्शन के दौरान किसानों ने “जय जवान, जय किसान” के नारे लगाते हुए प्रशासन और मंडी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
व्यापारियों पर मिलीभगत का आरोप
आक्रोशित किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि बण्डा क्षेत्र के व्यापारी आपस में सांठगांठ कर किसानों को उचित दाम नहीं दे रहे हैं। इसके अलावा, वे बाहरी व्यापारियों को मंडी में खरीदी करने से रोकते हैं, जिससे प्रतिस्पर्धा खत्म हो जाती है और किसानों को मजबूरी में अपनी उपज कम दामों पर बेचनी पड़ती है। किसानों ने कहा कि जब उनकी सुनवाई नहीं हो रही, तो वे सड़कों पर उतरने को मजबूर हुए हैं।
प्रशासन मौके पर पहुंचा, किसानों ने नहीं मानी बात
घटना की सूचना मिलते ही तहसीलदार मोहित जैन और थाना प्रभारी अंजलि उदैनिया पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने किसानों से चर्चा कर उन्हें शांत कराने का प्रयास किया और आश्वासन दिया कि उनकी शिकायतों पर जल्द कार्यवाही की जाएगी। हालांकि, किसानों ने केवल आश्वासन पर भरोसा करने से इनकार कर दिया और अपना आंदोलन जारी रखा।
कड़ी निगरानी में रहा पूरा क्षेत्र
मंडी क्षेत्र में हुए इस चक्काजाम से बण्डा-सागर रोड पर लंबे समय तक यातायात बाधित रहा। प्रशासन ने स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया और हालात पर लगातार निगरानी रखी। खबर लिखे जाने तक किसानों का प्रदर्शन जारी था।








