जैसीनगर। रविवार दोपहर लगभग तीन बजे जैसीनगर कस्बे में उस समय हड़कंप मच गया जब जंगल से भटका एक बारहसिंगा अचानक रहवासी इलाके में आ पहुँचा। इलाके के लोग पहले तो अचंभित रह गए, लेकिन जल्द ही यह दृश्य अफरातफरी में बदल गया क्योंकि बारहसिंगे के पीछे कई आवारा कुत्ते पड़े हुए थे। जंगल से निकलकर वह भागता हुआ ब्लॉक ग्राउंड के पास पहुंच गया और कुत्तों से बचने की कोशिश में चारों ओर दौड़ता रहा।स्थानीय लोगों ने तुरंत जैसीनगर थाना पुलिस को सूचना दी। खबर मिलते ही प्रधान आरक्षक सतीश श्रीवास्तव के नेतृत्व में आरक्षक जयसिंह, काजी सईद उद्दीन, यशवंत ठाकुर, शशांक सिंह और जितेंद्र रजक की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने स्थिति को संभालने का प्रयास किया और बारहसिंगे को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन घबराहट में वह तालाब की ओर भाग गया। इसी दौरान जब कुत्ते फिर से पीछे दौड़े, तो जान बचाने के लिए बारहसिंगा अचानक तालाब में कूद गया।तालाब में दौड़ते पानी और बारहसिंगे की व्याकुलता को देख वहां मौजूद लोग सहम गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिसकर्मियों के साथ कई स्थानीय युवाओं ने साहस दिखाते हुए तालाब में उतरकर राहत अभियान शुरू किया। कड़ी मशक्कत के बाद बारहसिंगे को सकुशल बाहर निकाला गया।घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। वनपाल आकाश पाठक, उदंस्था प्रभारी राकेश तिवारी, वनरक्षक विजय परिहार और सुरक्षा श्रमिक रूप सिंह यादव ने तुरंत बारहसिंगे को अभिरक्षा में लेकर उसका प्राथमिक उपचार कराया। वनपाल आकाश पाठक ने बताया कि पशु को कुछ हल्की चोटें आई हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है। जब उसका स्वास्थ्य पूरी तरह ठीक हो जाएगा, तब उसे सुरक्षित रूप से जंगल में वापस छोड़ा जाएगा।स्थानीय नागरिकों ने पुलिस और युवाओं की त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि उनके मानवीय और संवेदनशील प्रयासों के कारण एक निर्दोष वन्यजीव की जान बच सकी। उन्होंने यह भी अपील की कि जंगलों के नजदीकी इलाकों में वन्यप्राणियों के लिए सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी को और मजबूत किया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की स्थितियों से बचा जा सके।
जैसीनगर में जंगल से आया बारहसिंगा, कुत्तों के हमले से बचने कूदा तालाब में,फिर ऐसे हुआ बचाव
जैसीनगर। रविवार दोपहर लगभग तीन ...
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