होम देश / विदेश मध्यप्रदेश राजनीति धर्म/अध्यात्म ऑटोमोबाइल सरकारी योजना खेल समाचार
By
On:

Yogesh Dutt Tiwari

Published on:

सागर में मत्स्य विभाग की बड़ी कार्रवाई, 102 किलो मछली जब्त

सागर। जिले में बरसात का ...

[post_dates]

संपादक

Published on:

[featured_caption]

सागर। जिले में बरसात का मौसम शुरू होते ही मछली पकड़ने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। दरअसल, इस समय मछलियों के प्रजनन का दौर होता है, इसलिए प्रशासन ने 15 अगस्त तक मछली पकड़ना सख्त मना किया है। इसके बावजूद कुछ लोग चोरी-छिपे मछली पकड़ने से बाज नहीं आ रहे हैं।

ऐसा ही मामला सागर जिले के केसली विकासखंड के बलहरी जलाशय में सामने आया, जहां कुछ लोग नियमों को तोड़ते हुए मछली पकड़ रहे थे। जैसे ही मत्स्य विभाग को इसकी खबर मिली, विभाग की सहायक संचालक आभा रिछारिया ने तुरंत एक टीम बनाकर मौके पर भेजी।

टीम ने जलाशय में दबिश देकर मौके से करीब 102 किलो मछली जब्त की। पकड़ी गई मछली को तुरंत नीलाम कर दिया गया।

बता दें कि कलेक्टर संदीप जी.आर. के आदेश पर जिले में हर साल 15 अगस्त तक मछली पकड़ने पर रोक रहती है ताकि मछलियों की संख्या बढ़ सके और प्राकृतिक संतुलन बना रहे। मत्स्य पालन विभाग ने साफ कर दिया है कि जो भी इस नियम का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

क्या है नियम ?

मछली पकड़ने पर प्रतिबंध मध्यप्रदेश नदीय मत्स्योद्योग अधिनियम के तहत लगाया गया है। यह “बंद ऋतु” यानी क्लोज सीजन कहलाता है। इस दौरान मछलियों की प्रजनन प्रक्रिया होती है, इसलिए मछली पकड़ने से मना किया जाता है ताकि उनकी संख्या घटे नहीं।

आगे क्या ?

मत्स्य विभाग की टीम लगातार जिले के जलाशयों और नदियों पर नजर रख रही है। अगर कोई और मछली पकड़ता पकड़ा गया तो उसके खिलाफ भी इसी तरह की सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Loading

Join our WhatsApp Group
संपादक

हमारे बारे में योगेश दत्त तिवारी पिछले 20 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं और मीडिया की दुनिया में एक विश्वसनीय और सशक्त आवाज के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। अपने समर्पण, निष्पक्षता और जनहित के प्रति प्रतिबद्धता के चलते उन्होंने पत्रकारिता में एक मजबूत स्थान बनाया है। पिछले 15 वर्षों से वे प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्र 'देशबंधु' में संपादक के रूप में कार्यरत हैं। इस भूमिका में रहते हुए उन्होंने समाज के ज्वलंत मुद्दों को प्रमुखता से उठाया है और पत्रकारिता के उच्चतम मानकों को बनाए रखा है। उनकी लेखनी न सिर्फ तथ्यपरक होती है, बल्कि सामाजिक चेतना को भी जागृत करती है। योगेश दत्त तिवारी का उद्देश्य सच्ची, निष्पक्ष और जनहितकारी पत्रकारिता को बढ़ावा देना है। उन्होंने हमेशा युवाओं को जिम्मेदार पत्रकारिता के लिए प्रेरित किया है और पत्रकारिता को सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि समाज सेवा का माध्यम माना है। उनकी संपादकीय दृष्टि, विश्लेषणात्मक क्षमता और निर्भीक पत्रकारिता समाज के लिए प्रेरणास्रोत रही है।
संपादक