सागर। मध्यप्रदेश में एक बार फिर मानसून के सक्रिय होने के संकेत मिल रहे हैं। मौसम विशेषज्ञ इंजी. गोविन्द राय ने बताया कि 21 अगस्त से 29 अगस्त तक प्रदेशभर में झमाझम से लेकर भारी बारिश होने की पूरी संभावना है। उन्होंने कहा कि बारिश का यह शेड्यूल कई जिलों में नए रिकॉर्ड भी बना सकता है। इस दौरान सागर सहित पूरे बुंदेलखंड, महाकौशल, विंध्य और मालवा-निमाड़ अंचलों में लगातार वर्षा का असर देखने को मिलेगा।
इंजी. गोविन्द राय के अनुसार 20 अगस्त से ही मौसम में बदलाव के संकेत शुरू हो जाएंगे। आसमान पर घने बादल छाने के साथ हल्की से मध्यम बूंदाबांदी देखने को मिलेगी, जबकि कई स्थानों पर तेज बारिश भी हो सकती है। उन्होंने बताया कि यह सक्रियता करीब 9 दिन तक बनी रहेगी।
उनके अनुसार इस अवधि में तापमान में भी गिरावट दर्ज होगी और दिन का पारा सामान्य से 3 से 4 डिग्री नीचे जा सकता है। फिलहाल प्रदेश में धूप-छांव और बादलों की आवाजाही बनी हुई है, वहीं लो-प्रेशर एरिया वाले इलाकों में बीच-बीच में मध्यम से तेज बारिश के दौर जारी रहेंगे।
इंजी. गोविन्द राय ने बताया कि इस बारिश से जहां किसानों को बड़ी राहत मिलेगी और खरीफ फसलों को फायदा होगा, वहीं कुछ क्षेत्रों में अतिवृष्टि की स्थिति भी बन सकती है। ऐसे में निचले इलाकों में जलभराव और नदी-नालों में उफान की संभावना बनी रहेगी।
कुल मिलाकर, 21 से 29 अगस्त तक का यह मानसूनी शेड्यूल मध्यप्रदेश के लिए बेहद अहम साबित हो सकता है, क्योंकि इस दौरान कई जिलों में रिकॉर्डतोड़ बारिश दर्ज होने की उम्मीद है।