सागर। कृष्ण जन्माष्टमी और अपने जन्मदिन के अवसर पर आयोजित भव्य समारोह में प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने एक बार फिर बुंदेलखंड के विकास का संकल्प दोहराया। सागर के होटल रॉयल पैलेस में हुए मित्र मिलन और कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने कहा जनता का स्नेह और विश्वास ही मेरी असली ताकत है। सुरखी ही नहीं, पूरे बुंदेलखंड को विकास की ऊँचाइयों तक ले जाना मेरा व्रत है।
लेकिन यहाँ सवाल यह भी उठता है कि क्या वास्तव में आने वाले समय में बुंदेलखंड की तस्वीर बदल पाएगी? क्या मंत्री जी के ये वादे ज़मीन पर दिखाई देंगे या यह महज़ परंपरा निभाने वाला एक आश्वासन भर है ?
समारोह की शुरुआत मंत्री राजपूत ने गौशाला में पूजा-अर्चना और गोमाता का आशीर्वाद लेकर की। इसके बाद उन्होंने दिव्यांग बच्चों के साथ सहभोज कर लोगों का दिल जीतने की कोशिश की। वहीं मटकी फोड़ प्रतियोगिता और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने जन्माष्टमी के उत्सव को और भी जीवंत बना दिया।
इस मौके पर हज़ारों कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि और क्षेत्रवासी मौजूद रहे। सांसद लता वानखेड़े, विधायक शैलेंद्र जैन, विरेन्द्र सिंह लोधी, निर्मला सप्रे सहित कई बड़े नेताओं ने उनकी दीर्घायु और विकासशील दृष्टि की प्रशंसा की।
मंत्री राजपूत ने अपने समर्थकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनका प्यार और आशीर्वाद ही राजपूत परिवार की असली पूंजी है। वहीं कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने भी माना कि वे हमेशा जनता के बीच रहकर समस्याओं का समाधान करते हैं।
अब देखना यह होगा कि मंत्री जी का यह संकल्प बुंदेलखंड को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का आने वाले वर्षों में हकीकत बनता है या फिर जनता को आगे भी केवल उम्मीदों से ही संतोष करना होगा।