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MP News : पीएम श्री स्कूलों में छोटे बच्चों की देखभाल के लिए महिला सहायिकाएं होंगी नियुक्त, आउटसोर्स एजेंसी करेगी भर्ती

MP News : ग्वालियर जिले ...

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MP News : ग्वालियर जिले के सरकारी स्कूलों, विशेषकर स्कूल शिक्षा विभाग के पीएम श्री स्कूलों में अब प्राथमिक कक्षाओं के नन्हे विद्यार्थियों की देखरेख के लिए महिला सहायिकाओं की नियुक्ति की जाएगी। इन सहायिकाओं की उपस्थिति और कार्य की निगरानी पूरी तरह से डिजिटल माध्यम से होगी, जिसके लिए उन्हें ‘हमारे शिक्षक’ मोबाइल एप पर अपनी उपस्थिति दर्ज करनी होगी।

लोक शिक्षण विभाग ने दिए निर्देश

लोक शिक्षण संचालनालय ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (DEO) को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। निर्देशों के अनुसार, प्रत्येक पीएम श्री स्कूल के प्राचार्य को महिला सहायिकाओं की नियुक्ति कर उनकी जानकारी एजुकेशन पोर्टल पर अपलोड करनी होगी।
ग्वालियर जिले में फिलहाल 10 पीएम श्री स्कूल संचालित हो रहे हैं। इन स्कूलों में छोटे बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों की नियुक्ति पहले से है, लेकिन अब तक उनकी देखभाल और दैनिक निगरानी के लिए कोई अलग व्यवस्था नहीं थी। अब विभाग ने यह कमी दूर करने के लिए महिला सहायिकाओं की नियुक्ति को अनिवार्य कर दिया है।

आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से होगी भर्ती

महिला सहायिकाओं की सीधी नियुक्ति विभाग स्वयं नहीं करेगा, बल्कि इसके लिए आउटसोर्स एजेंसी की सेवाएं ली जाएंगी। यानी चयन और नियुक्ति प्रक्रिया किसी निजी एजेंसी के माध्यम से पूरी की जाएगी।

बच्चों की देखरेख में मिलेगी मदद

पीएम श्री स्कूलों में प्राथमिक कक्षाओं में बड़ी संख्या में छोटे बच्चे पढ़ते हैं। इन बच्चों की गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखना शिक्षकों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित होता है। कई बार शिक्षकों को पढ़ाई के साथ-साथ उनकी देखभाल में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
इन्हीं समस्याओं को देखते हुए डीपीआई (लोक शिक्षण संचालनालय) ने निर्णय लिया है कि प्रत्येक पीएम श्री स्कूल में महिला सहायिकाएं नियुक्त की जाएं, जो बच्चों की सुरक्षा, स्वच्छता और दैनिक देखरेख का जिम्मा संभालेंगी।

विभाग का मानना है कि सहायिकाओं की तैनाती से स्कूलों में पढ़ाई के माहौल में सुधार होगा। शिक्षक अब केवल शिक्षण कार्य पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे, जबकि सहायिकाएं बच्चों की अन्य आवश्यकताओं और अनुशासन का ध्यान रखेंगी। इससे छोटे बच्चों के लिए स्कूल का वातावरण और अधिक सुरक्षित, स्नेहपूर्ण और सीखने योग्य बन सकेगा।

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मैं सूरज सेन पिछले 6 साल से पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूं और मैने अलग अलग न्यूज चैनल,ओर न्यूज पोर्टल में काम किया है। खबरों को सही और सरल शब्दों में आपसे साझा करना मेरी विशेषता है।
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