MP : छतरपुर ज़िले के खजुराहो क्षेत्र के मऊमसानिया गांव से एक बेहद अजीब और हैरान करने वाला मामला सामने आया है। गांव की रहने वाली महिला रिंकी अहिरवार ने यह चौंकाने वाला दावा किया है कि उसने अपने पेट में दर्द के बाद ‘सांप जैसे तीन जीवों’ को जन्म दिया है। इस दावे के बाद न सिर्फ गांव में सनसनी फैल गई, बल्कि बड़ी संख्या में लोग महिला के घर पर जुटने लगे।
महिला के मुताबिक, वह पिछले कुछ दिनों से पेट दर्द से परेशान थी और अचानक उसे ऐसा लगा कि उसने तीन सांप के बच्चों को जन्म दिया है। यही नहीं, रिंकी का यह भी कहना है कि जो भी व्यक्ति इन ‘सांप जैसे बच्चों’ को देखता है, उसकी मौत हो जाती है। महिला इस पूरी घटना को बताते हुए बार-बार रो रही थी और उसकी बातों को सुनकर आसपास के लोग भी हैरान थे।
इन ‘सांप जैसे जीवों’ को प्लास्टिक की एक तसली में ढक कर रखा गया है और लोगों की भीड़ लगातार उसके घर पहुंच रही है।
डॉक्टरों ने किया वैज्ञानिक स्पष्टीकरण
महिला के दावे को देखते हुए उसे नजदीकी राजनगर के सरकारी अस्पताल में लाया गया, जहां डॉ. अवधेश चतुर्वेदी और उनकी टीम ने जांच की। डॉक्टरों का साफ कहना है कि यह दावा पूरी तरह से भ्रम पर आधारित है। दरअसल, महिला को हाल ही में मासिक धर्म आया था और उस प्रक्रिया में उसके गर्भाशय में खून के थक्के (ब्लड क्लॉट) जमा हो गए थे।
डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि यह ब्लड क्लॉट थ्रेडनुमा (धागे जैसे) बन गए थे और बाहर निकलने पर उनका आकार सांप जैसा प्रतीत हो सकता है। लेकिन यह किसी भी तरह से कोई जीव या जीवित सांप नहीं हैं। यह पूरी तरह से भ्रांति और अंधविश्वास पर आधारित है।
अल्ट्रासाउंड के लिए छतरपुर रेफर
महिला को प्राथमिक उपचार के बाद छतरपुर जिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड जांच के लिए भेजा गया है ताकि पूरी स्थिति स्पष्ट हो सके। डॉक्टरों ने यह भी स्पष्ट किया है कि महिला गर्भवती नहीं थी, और ऐसी किसी भी असाधारण घटना की संभावना चिकित्सा विज्ञान के अनुसार पूरी तरह खारिज की जाती है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण जरूरी
विशेषज्ञों की मानें तो इंसानी शरीर से सांप जैसे जीवों का जन्म होना जैविक रूप से असंभव है। यह मामला दर्शाता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी वैज्ञानिक समझ की कमी के कारण अंधविश्वास आसानी से फैल जाते हैं। ऐसे मामलों में चिकित्सा जांच और जनजागरूकता बेहद आवश्यक है।
यह मामला केवल एक महिला की स्वास्थ्य समस्या थी, जिसे अंधविश्वास और अफवाह ने रहस्यमय बना दिया। डॉक्टरों ने स्पष्ट कर दिया है कि यह कोई अलौकिक या चमत्कारी घटना नहीं है, बल्कि पूरी तरह से एक सामान्य स्वास्थ्य स्थिति का गलत अनुमान है।