खुरई में अवैध शराब कारोबारियों का आतंक: कंपनी कर्मचारियों पर एक ही दिन में दो हमले, पुलिस ने दर्ज की अलग-अलग FIR
खुरई (सागर जिला)। शहर में अवैध शराब बेचने वालों का दबदबा लगातार बढ़ता जा रहा है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि अब शराब कंपनी के कर्मचारी भी इनकी हिंसा का शिकार बनने लगे हैं। बुधवार को अवैध शराब कारोबारियों ने एक ही दिन में दो अलग-अलग घटनाओं में कंपनी के कर्मचारियों पर हमला कर दहशत फैला दी। पुलिस ने दोनों मामलों में अलग-अलग एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पहला हमला: कर्मचारी को लाठी-डंडों से पीटा
पहली घटना बुधवार दोपहर की है। कंपनी कर्मचारी राजाराम अहिरवार (24 वर्ष) ने आरोप लगाया कि अवैध शराब विक्रेता कार्तिक सेन और संजय राजपूत ने उन पर हमला कर दिया। राजाराम के अनुसार, हमलावरों ने न केवल उन्हें लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा बल्कि जातिसूचक गालियां भी दीं और जान से मारने की धमकी तक दी।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मामला दर्ज किया और इस हमले में एससी-एसटी एक्ट सहित अन्य धाराओं को भी शामिल किया है।
दूसरा हमला: मैनेजर पर लोहे के हथौड़े से वार
उसी दिन देर रात दूसरी वारदात घटी। कंपनी के मैनेजर विजय कौशिक (38 वर्ष) शराब दुकानों से कैश कलेक्शन कर लौट रहे थे। इसी दौरान आरोपी कार्तिक सेन अपने साथी तनु रावत और अन्य लोगों के साथ वहां पहुंचा और उनसे शराब के लिए पैसों की मांग करने लगा।
जब विजय ने पैसे देने से मना किया, तो आरोपियों ने उन पर लोहे के हथौड़े से हमला कर दिया। इतना ही नहीं, हमलावरों ने उनकी बोलेरो गाड़ी को भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने इस मामले में भी अलग एफआईआर दर्ज की है और जांच जारी है।
अवैध शराब कारोबार पर उठ रहे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि खुरई में अवैध शराब का धंधा खुलेआम चल रहा है। गली-गली में शराब बेची जा रही है, जिससे युवा और नाबालिग तक इसकी चपेट में आ रहे हैं। निवासियों का आरोप है कि इन कारोबारियों को संरक्षण प्राप्त है, जिसकी वजह से पुलिस भी सख्त कार्रवाई करने में नाकाम नजर आती है। लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन ने समय रहते इस नेटवर्क पर अंकुश नहीं लगाया, तो हालात और गंभीर हो सकते हैं।








