सागर/बीना। खरीफ सीजन के बीच एक बार फिर किसानों को खाद की भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। रविवार रात को जैसे ही सूचना मिली कि खुरई स्थित खाद वितरण केंद्र पर लगभग 700 बोरी यूरिया आई है, वैसे ही आसपास के सैकड़ों किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली और मोटरसाइकिल से केंद्र पर पहुंच गए। किसान रातभर कतार में खड़े रहे और सोमवार दोपहर तक तपती धूप में इंतजार करते रहे।
लेकिन दोपहर 3 बजे तक भी खाद का वितरण शुरू नहीं हुआ, जिससे किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। नाराज किसानों ने पहले केंद्र पर हंगामा किया और बाद में खुरई के पठारी बायपास पर जाम लगाकर विरोध दर्ज कराया। करीब एक घंटे तक चले इस जाम में कई वाहन फंसे रहे और आम लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
किसानों का आरोप – अधिकारी कर रहे घोटाला
मौके पर मौजूद किसानों ने आरोप लगाया कि अधिकारी जानबूझकर वितरण में देरी कर रहे हैं। जब किसानों ने सवाल उठाए तो वहां तैनात कर्मचारियों ने “सर्वर डाउन” होने का बहाना बनाकर खुद ही वहां से निकल जाना बेहतर समझा। इस रवैये से किसानों का आक्रोश और बढ़ गया।
किसान प्रवीण तिवारी ने बताया, “हम सुबह 6 बजे से लाइन में खड़े हैं, लेकिन अब तक खाद नहीं मिला। अधिकारी सर्वर डाउन का बहाना बना रहे हैं, जबकि पहले ही सैकड़ों बोरी बांटी जा चुकी हैं। साफ है कि यहां गड़बड़ी हो रही है।”
वहीं किसान रामराजा यादव ने कहा, “सरकार बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन किसानों को खाद जैसी बुनियादी जरूरत भी समय पर नहीं मिल रही। हम आखिर कब तक इस तरह परेशान होते रहेंगे?”
पुलिस ने खोला जाम, गुस्सा फिर भी कायम
स्थिति बिगड़ने पर खुरई शहरी थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों को समझाया और यातायात बहाल कराया। हालांकि, किसानों का गुस्सा शांत नहीं हुआ और वे लगातार पारदर्शी व्यवस्था की मांग करते रहे।
प्रशासन का दावा – मंगलवार को मिलेगी प्राथमिकता
इस पूरे मामले पर राजस्व निरीक्षक नीरज कलसिया ने बताया कि किसान खाद वितरण में पर्ची सिस्टम लागू करने की मांग कर रहे थे, जिसे अधिकारियों से चर्चा के बाद मंजूरी मिल गई है। सोमवार को जिन किसानों को खाद नहीं मिल सकी है, उन्हें मंगलवार को प्राथमिकता के आधार पर खाद उपलब्ध कराई जाएगी।
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