( सागर )गौरझामर। देवरी ब्लॉक के अंतर्गत चरगुवा उपार्जन केंद्र एक बार फिर विवादों में है। यहां पर चल रही ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीदी प्रक्रिया में भारी गड़बड़ियों की शिकायतें सामने आई हैं, जिससे किसानों के बीच नाराजगी बढ़ती जा रही है। किसानों का आरोप है कि जहां उन्हें कई दिनों तक अपनी तुलाई की बारी का इंतजार करना पड़ रहा है, वहीं कुछ व्यापारियों की मूंग तुरंत तौली जा रही है। चाहे उसकी गुणवत्ता कितनी भी खराब क्यों न हो।
चरगुवा केंद्र क्रमांक 58310072 के अंतर्गत श्री बूथे वेयरहाउस, गौरझामर में इस समय घटिया क्वालिटी की मूंग धड़ल्ले से खरीदी जा रही है, जबकि अच्छी क्वालिटी की फसल लेकर आने वाले किसानों को तरह-तरह के बहाने बनाकर लौटा दिया जाता है। कई किसानों ने बताया कि उनकी मूंग केवल इस वजह से रिजेक्ट कर दी गई क्योंकि उन्होंने फीडिंग के लिए रिश्वत देने से मना कर दिया था।
रिश्वत के बिना नहीं होती फीडिंग?
कई किसानों ने खुलासा किया कि तुलाई के बाद फसल की फीडिंग के लिए 200 से 300 रुपये तक की मांग की जाती है। पैसा न देने पर फसल की जानकारी सिस्टम में दर्ज ही नहीं की जाती। मजबूरी में किसान अपनी मेहनत की फसल को बेचने के लिए यह अवैध शुल्क चुकाने को विवश हैं क्योंकि खुले बाजार में उन्हें वाजिब दाम नहीं मिल रहे।
व्यापारी-माफिया का बोलबाला
स्थानीय लोगों और किसानों का कहना है कि केंद्र पर कुछ गिने-चुने व्यापारी अपने दलालों के ज़रिए घटिया मूंग की खरीदी करा रहे हैं, जिससे सरकारी पैसे का नुकसान तो हो ही रहा है, साथ ही किसानों का भरोसा भी टूट रहा है। हैरानी की बात यह है कि पूरे मामले को लेकर अब तक कोई जिम्मेदार अधिकारी न तो मौके पर पहुंचे हैं, न ही कोई जांच शुरू हुई है।
अव्यवस्था चरम पर
केंद्र के आसपास कीचड़ भरे रास्ते, ट्रैक्टर खड़े करने की सुविधा का अभाव और साफ-सफाई का नामोनिशान नहीं है। फिर भी जिम्मेदार अधिकारी मौन हैं। किसानों का कहना है कि यह सब कुछ पिछले कई वर्षों से जारी है, लेकिन अब तक कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की गई है।
प्रशासनिक चुप्पी, किसानों का आक्रोश
किसानों ने सरकार से मांग की है कि चरगुवा उपार्जन केंद्र की पूरी प्रक्रिया की निष्पक्ष जांच करवाई जाए। दोषियों को सज़ा मिले और जिन किसानों की मूंग बिना कारण खारिज की गई या फीडिंग रोकी गई, उन्हें उनका हक मिलना चाहिए। जब इस पूरे मामले में देवरी एसडीएम से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
जिम्मेदार अधिकारी का बयान
जिला विपणन अधिकारी सागर रोहित सिंह बघेल ने बताया,
“आपके माध्यम से यह जानकारी मिली है। मैं स्वयं केंद्र का निरीक्षण करूंगा और जो भी अनियमितता पाई जाएगी, उसके आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।”
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