सागर : शहर के एलिवेटेड कॉरिडोर पर गुरुवार दोपहर 1: 30 बजे अचानक एक ऑटो चालक की तबीयत बिगड़ गई, उसके सीने में दर्द हो रहा था। वह बेहोश होकर सड़क पर गिर पड़ा। हैरानी की बात यह रही कि आसपास से गुजर रहे लोग घटना को देखते रहे, लेकिन किसी ने भी उसकी मदद के लिए कदम नहीं बढ़ाया।
इसी दौरान मौके से गुजर रहे स्थानीय सिटी हलचल न्यूज चैनल के पत्रकार शिवम साहू की नजर उस बेहोश व्यक्ति पर पड़ी। उन्होंने तुरंत स्थिति को समझा और आसपास खड़े लोगों से मदद की गुहार लगाई। लेकिन अफसोस, तमाशबीन बने लोग केवल देखते रहे।
आखिरकार एक अन्य ऑटो चालक आगे आया और पत्रकार शिवम साहू के साथ मिलकर बीमार व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाया। समय पर मदद मिलने से उसकी जान बच सकी।
यह घटना न सिर्फ मानवता की संवेदनाओं पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी सोचने पर मजबूर करती है कि आखिर क्यों लोग किसी मुसीबत में फंसे व्यक्ति की मदद करने के बजाय तमाशा देखने में ही संतुष्टि महसूस करते हैं।
पत्रकार और उस साहसी ऑटो चालक की तत्परता ने यह साबित कर दिया कि समाज आज भी पूरी तरह संवेदनहीन नहीं हुआ है। लेकिन बाकी लोगों का उदासीन रवैया जरूर इंसानियत पर गहरा प्रश्नचिह्न छोड़ गया।