Sagar News : बांदरी थाना क्षेत्र के इमलिया गांव में दबंगई और दहशतगर्दी की घटनाओं ने हालात भयावह बना दिए हैं। गांव का चौबे परिवार बीते दिनों हुई एक हिंसक वारदात के बाद खौफ के साये में जी रहा है। पीड़ितों का आरोप है कि शंकर सिंह दांगी नामक आदतन अपराधी ने अपने साथियों के साथ मिलकर रातभर तांडव मचाया और परिवार को बेरहमी से पीटा।
आधी रात में घर पर हमला
मामला उजनेट चौकी अंतर्गत ग्राम इमलिया का है। जानकारी के मुताबिक, शंकर सिंह दांगी पिता ओमकार सिंह और उसके सहयोगियों—ब्रजेन्द्र सिंह, ओमकार सिंह, प्रान सिंह दांगी आदि—ने चौबे परिवार के घर पर धावा बोल दिया। हाथों में फावड़ा, कुल्हाड़ी और लाठियां लेकर दबंगों ने घर में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की। इस दौरान उन्होंने दरवाजे-खिड़कियों के शटर तोड़े, पत्थर फेंके और महिलाओं-बच्चों तक को नहीं छोड़ा।
पीड़ित रमेश चौबे पर सबसे पहले हमला किया गया। जब उनकी पत्नी और दो बेटियां बीच-बचाव के लिए आगे आईं, तो उन पर भी बेरहमी से प्रहार किए गए। गालियां और धमकियों के बीच पूरा परिवार गंभीर रूप से घायल हो गया।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहे हैं। इनमें साफ दिख रहा है कि शंकर सिंह और उसके साथी हथियारों से लैस होकर पीड़ित परिवार को पीट रहे हैं। इन वीडियो ने न सिर्फ गांव में बल्कि पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है।
पुलिस कार्रवाई पर सवाल
घटना के बाद पीड़ित परिवार ने डायल-100 पर कॉल कर उजनेट चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश की। वहां से उन्हें बांदरी थाने भेजा गया। पुलिस ने आरोपी शंकर सिंह और उसके परिजनों पर तो मामला दर्ज कर लिया, लेकिन साथ ही पीड़ित पक्ष पर भी क्रॉस केस बना दिया। यही नहीं, आरोपी शंकर सिंह ने खुद को बचाने के लिए अस्पताल में भर्ती होकर उल्टा चौबे परिवार पर झूठे आरोप लगवा दिए।
पीड़ित रमेश चौबे ने बताया कि उन्होंने एक और वीडियो सबूत के तौर पर पुलिस को दिया है, जिसमें आरोपी के परिजन ही शंकर सिंह को मारते-घसीटते अपने घर ले जा रहे हैं। इसके बावजूद पुलिस की कार्यवाही पक्षपातपूर्ण बताई जा रही है।
पहले भी मचा चुका है उत्पात
शंकर सिंह दांगी का आपराधिक रिकॉर्ड भी सामने आया है। घटना के एक दिन पहले यानी 13 सितंबर को उसने खुरई के सहोदरा राय वार्ड में भी हंगामा किया था। इस मामले में खुरई ग्रामीण थाने में दो शिकायतें दर्ज हैं और वहां की पुलिस उसकी तलाश कर रही है। इसके बावजूद वह खुलेआम वारदातों को अंजाम दे रहा है।
दहशत में चौबे परिवार, पलायन की तैयारी
लगातार हमलों और धमकियों के कारण चौबे परिवार गहरे सदमे और डर में है। उन्हें आशंका है कि आरोपी फिर से आकर किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि परिवार अब गांव छोड़ने की सोच रहा है।
बड़ा सवाल: अपराधियों को संरक्षण क्यों ?
यह घटना एक बार फिर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है। ग्रामीणों का कहना है कि आदतन अपराधी खुलेआम घूमते हैं और कानून का खौफ उनके भीतर बिल्कुल नहीं है। लोगों का आरोप है कि पुलिस की शह और लापरवाही ही दबंगों के हौसले बुलंद कर रही है।
फिलहाल गांव के लोग दहशत में हैं और चौबे परिवार न्याय की उम्मीद में अधिकारियों से गुहार लगा रहा है।
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