Sagar news : देवरी विकासखंड के आदिवासी बहुल गांव नारायणपुर में शासकीय प्राथमिक शाला के पास खुले मुर्गीपालन केंद्र ने बच्चों और शिक्षकों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। केंद्र से उठने वाली तेज दुर्गंध से न सिर्फ पढ़ाई प्रभावित हो रही है बल्कि बच्चों का स्वास्थ्य भी खतरे में पड़ गया है।
करीब 40 छात्र-छात्राओं के साथ-साथ स्कूल स्टाफ रोज़ाना इस समस्या से जूझ रहे हैं। बच्चों का कहना है कि मुर्गीपालन केंद्र स्कूल की दीवार से सटा हुआ है, जिसके चलते लगातार आने वाली बदबू से उनकी तबीयत बिगड़ जाती है। सबसे ज्यादा परेशानी तब होती है जब बच्चे मध्यान्ह भोजन (मिड-डे मील) करने बैठते हैं। स्कूल का किचन शेड और भोजनालय भी इसी तरफ है, जहां बदबू इतनी तीखी होती है कि बच्चे ठीक से खाना नहीं खा पाते।
प्रधानाध्यापिका ने भी इस समस्या की पुष्टि करते हुए बताया कि मुर्गियों की बीट और उससे निकलने वाली बदबू पूरे स्कूल परिसर में फैल जाती है। इस वजह से कक्षाओं में पढ़ाना मुश्किल हो गया है। कई बच्चे लगातार बीमार पड़ रहे हैं।
स्कूल प्रशासन ने इस मामले की शिकायत एसडीएम, तहसीलदार और संबंधित विभागीय अधिकारियों से की है। मांग की गई है कि अधिकारी तुरंत मौके पर आकर समस्या का समाधान करें, ताकि बच्चों की पढ़ाई और स्वास्थ्य सुरक्षित रह सके।
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