Sagar News : देवरी थाना पुलिस ने मंगलवार को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में लंबे समय से फरार चल रहे दो सगे भाइयों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों पर पांच महीने से पुलिस की नजर थी और उनकी गिरफ्तारी पर तीन-तीन हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस ने पूछताछ के बाद दोनों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
विवाद से शुरू हुआ घटनाक्रम, पहुंचा आत्महत्या तक
देवरी थाना क्षेत्र के ग्राम मुआर में 1 मई को पैसों के लेन-देन को लेकर विवाद हुआ था। इस दौरान खंडेराव वार्ड निवासी आदित्य साहू और उसका भाई सत्यम साहू ने गांव के युवक सुमित ठाकुर के साथ मारपीट की और उसे जान से मारने की धमकी भी दी।
पुलिस के अनुसार, इस घटना से मानसिक रूप से आहत होकर सुमित ठाकुर ने आत्महत्या कर ली। मामले की गंभीरता को देखते हुए देवरी पुलिस ने जांच शुरू की और साक्ष्यों के आधार पर दोनों भाइयों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का प्रकरण दर्ज किया।
गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार बदलते रहे ठिकाने
एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही दोनों आरोपी फरार हो गए थे। गिरफ्तारी से बचने के लिए वे लगातार अपने ठिकाने बदलते रहे। पुलिस ने कई बार अलग-अलग जगह दबिश दी, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। मामले में एसपी विकास शाहवाल ने दोनों आरोपियों पर 3-3 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था, जिसके बाद पुलिस की सक्रियता और बढ़ा दी गई।
मुखबिर की सूचना पर दबिश, पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी
मंगलवार को पुलिस को मुखबिर से दोनों भाइयों की मौजूदगी की सूचना मिली। देवरी थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह बुंदेला के नेतृत्व में टीम ने दबिश दी और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद आदित्य और सत्यम से विस्तृत पूछताछ की गई और फिर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।
पुलिस ने माना बड़ी सफलता
पांच माह से फरार चल रहे इन आरोपियों की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है। थाना प्रभारी बुंदेला ने बताया कि फरारी के दौरान आरोपी लगातार पुलिस को चकमा दे रहे थे, लेकिन आखिरकार मुखबिर की मदद से वे कानून के शिकंजे में आ गए
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