सागर पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई, नई बाजार की बड़ी चोरी का खुलासा पूर्व कर्मचारी निकला मास्टरमाइंड
सागर। सागर की कोतवाली पुलिस ने नया बाजार की एक बड़ी नकद चोरी का पर्दाफाश करते हुए चौंकाने वाला खुलासा किया है। करीब ₹1 लाख की चोरी में दुकान का ही पूर्व कर्मचारी निकला मास्टरमाइंड। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को धर दबोचा और ₹87,430 नकद व घटना में प्रयुक्त आरी बरामद कर ली।
इस शानदार सफलता का श्रेय जाता है थाना प्रभारी मनीष सिंघल और उनकी टीम को, जिन्होंने न केवल तेज़ी से केस को ट्रैक किया, बल्कि चोरी के महज कुछ ही दिनों में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
क्या है मामला?
दिनांक 2 जून 2025 को सागर निवासी आशीष उर्फ मोनू जैन, जो “प्रेमचंद कंपनी” नामक कपड़े की दुकान चलाते हैं, ने थाने में शिकायत दर्ज कराई कि रात के समय उनकी दुकान से ₹1 लाख नकद चोरी हो गया है।
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए, पुलिस अधीक्षक विकाश कुमार शाहवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेश सिन्हा और नगर पुलिस अधीक्षक ललित कश्यप के निर्देशन में थाना प्रभारी मनीष सिंघल ने एक विशेष टीम गठित की।
जांच में निकला चौंकाने वाला सच
टीम ने सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी विश्लेषण, और पूर्व कर्मचारियों की जानकारी खंगाली। जल्द ही शक की सुई पहुंची नत्थु उर्फ धीरेन्द्र सिंह ठाकुर (33 वर्ष) पर, जो पूर्व में उसी दुकान में कार्यरत था।
पूछताछ में आरोपी ने गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि दुकान की पूरी व्यवस्था और कैश कहां रखा जाता है, इसकी जानकारी उसे थी। इसी का फायदा उठाकर उसने रात में दुकान में घुसकर नकद उड़ा लिया।
क्या मिला पुलिस को?
बरामद नकद राशि – ₹87,430
चोरी में प्रयुक्त औजार – लोहे की आरी, जिससे ताले काटे गए
आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया गया है।
शानदार टीमवर्क, पुलिस को मिली सराहना
इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी मनीष सिंघल के साथ उनकी टीम के सदस्यों ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई:
उपनिरीक्षक – राकेश सिंह
प्रधान आरक्षक – नरेश (1022), संतोष
आरक्षक – अरविंद (1469), रामकृष्ण, चंदन, राजेश
वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा पूरी टीम को बधाई दी गई है। यह कार्रवाई दर्शाती है कि सागर पुलिस अपराधियों के लिए एक सख्त संदेश दे रही है – चाहे जो भी हो, अपराध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
संदेश साफ है: अपराध करोगे, तो पकड़े जाओगे!
सागर पुलिस लगातार आम जनता की सुरक्षा और अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए सतर्क, सजग और प्रतिबद्ध है। नया बाजार चोरी प्रकरण में जो तत्परता दिखाई गई, वह इस बात का स्पष्ट संकेत है कि पुलिस कहीं से भी पीछे नहीं है।