कभी गांजा, कभी भांग… अब 802 बोतल अंग्रेजी शराब! कोयलांचल के नशेड़ी चूहों का नया कारनामा !
कोयलांचल वैसे तो कोयले खदानों और माफियागिरी के लिए बदनाम है, लेकिन यहां के चूहे भी किसी गैंगस्टर से कम नहीं कभी थाने में गांजा चट कर जाते हैं कभी भांग गटक जाते हैं। और अब तो इन चूहों ने अंग्रेजी शराब पर भी हाथ साफ कर दिया है। वो भी एक-दो नहीं पूरे 802 बोतल!
हैरानी की बात ये है कि इस बार मामला किसी पुराने गोदाम या तहखाने का नहीं है। नई शराब नीति लागू होने से पहले दुकानों में स्टॉक की गिनती चल रही थी। जांच के दौरान अफसरों ने देखा कि कई बोतलों के ढक्कन में छेद हैं कुछ आधी खाली हैं तो कुछ में एक बूंद तक नहीं बची पूछताछ में दुकानदारों ने साफ कहा सर चूहे पी गए!
कागजों में भी छेद, बोतलों में भी छेद !
उत्पाद विभाग के अफसरों को जब ये बात बताई गई तो वो भौंचक्क! सहायक आयुक्त रामलीला रवानी बोले चूहे पी गए हों या दुकान वाले सरकार को फ्रेश माल चाहिए, हर्जाना भी भरना ही पड़ेगा! उनके मुताबिक जांच टीम ने शराब की दुकान की गहन तलाशी ली। 802 बोतलें या तो खाली मिलीं या आधी गुम मतलब नुकसान तय है और भरपाई एजेंसी को करनी ही होगी।
अब चूहों पर केस दर्ज हो
इधर मामला गर्माते ही राजनीति भी शुरू हो गई। बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा ये पूरा मामला शराब घोटाला छिपाने की स्क्रिप्ट है। बोले 802 बोतल शराब गटक गए चूहे ? वो भी अंग्रेजी? तो फिर एफआईआर क्यों नहीं? एसआईटी बनाई जाए, चूहों को भी गिरफ्तार करो, और जिसने इन्हें दावत दी उसे भी!’
पहले भी कर चुके हैं कारनामा
वैसे कोयलांचल के चूहों का रिकॉर्ड नया नहीं है। अप्रैल 2024 में भी इन्होंने पुलिस थाने में रखे 10 किलो भांग और 9 किलो गांजा गटक लिया था। अदालत में जब गांजा पेश करने की बारी आई तो पुलिस ने बड़े इत्मीनान से कहा सर चूहों ने खा लिया!
अब अगला नंबर किसका
कोयलांचल में बोतलें खाली हो रही हैं। ढक्कनों में छेद हो रहे हैं और चूहे हर जगह अपनी पार्टी जमा रहे हैं। अब देखना ये होगा कि इनका अगला निशाना कौन बनता है गोदाम में बचा माल या अफसरों की कुर्सी ? फिलहाल इतना तय है कि ये चूहे सिर्फ दाना नहीं, अब दारू के भी शौकीन हो चुके हैं!