बीना में मंदिर के पास कुएं में मिला तीन बच्चों के पिता का शव, भजन के दौरान मुंडेर पर सोने के बाद हादसे की आशंका
बीना (मध्य प्रदेश)। सागर जिले के बीना क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां भजन-कीर्तन के दौरान 45 वर्षीय व्यक्ति का शव मंदिर के पास स्थित कुएं से बरामद हुआ। मृतक की पहचान गांव के निवासी राकेश अहिरवार के रूप में हुई है। प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि भजन कार्यक्रम के दौरान थकान की वजह से वे कुएं की मुंडेर पर सो गए और इसी दौरान उनका संतुलन बिगड़ गया, जिससे वे कुएं में गिर गए।
भजन-कीर्तन से जुड़ा हादसा
शनिवार की रात गांव के बीच बने मंदिर में भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए थे। राकेश अहिरवार भी इस धार्मिक कार्यक्रम में मौजूद थे। देर रात तक चले भजन में शामिल होने के बाद वे मंदिर परिसर के पास स्थित कुएं की मुंडेर पर आराम करने लगे। उसी समय से वे घर नहीं लौटे।
रविवार को हुई तलाश, लेकिन नहीं मिला कोई सुराग
जब रविवार सुबह तक राकेश घर नहीं पहुंचे तो परिजन चिंतित हो उठे। परिवार और रिश्तेदारों ने उन्हें खोजने की कोशिश की। आसपास के गांवों में भी जानकारी जुटाई गई, लेकिन कहीं से कोई पता नहीं चल सका। पूरा परिवार उनकी चिंता में बेचैन रहा।
सोमवार सुबह मिला शव
सोमवार की सुबह गांव की एक महिला जब उसी कुएं के पास से गुजर रही थी, तो उसने पानी में एक शव को तैरते हुए देखा। महिला ने तुरंत शोर मचाया और ग्रामीण मौके पर पहुंचे। लोगों की मदद से शव को बाहर निकाला गया। पहचान करने पर पता चला कि वह शव राकेश अहिरवार का ही है।
परिवार और गांव में पसरा मातम
45 वर्षीय राकेश अहिरवार तीन बच्चों के पिता थे—उनके एक बेटा और दो बेटियां हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। घटना की सूचना मिलते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। गांव में भी गम का माहौल है, क्योंकि राकेश का स्वभाव मिलनसार था और वे धार्मिक आयोजनों में सक्रिय रहते थे।
पुलिस की कार्रवाई
मौके पर पहुंची पुलिस ने दोपहर करीब एक बजे पंचनामा तैयार किया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही घटना की वास्तविक वजह साफ हो सकेगी। हालांकि फिलहाल यह माना जा रहा है कि थकान के कारण मुंडेर पर सोते समय उनका संतुलन बिगड़ा और वे कुएं में जा गिरे।
यह हादसा ग्रामीण क्षेत्रों में कुओं के पास सुरक्षा व्यवस्था की कमी की ओर भी इशारा करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे स्थानों पर सुरक्षात्मक दीवार या जाल लगाना जरूरी है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।