दहेज प्रताड़ना का खौफनाक मामला : दहेज की मांग पूरी न होने पर ससुरालियों पर हत्या की साजिश का आरोप, पीड़िता अस्पताल में भर्ती
कानपुर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने दहेज प्रथा की भयावह सच्चाई को फिर उजागर कर दिया है। आरोप है कि एक नवविवाहिता को उसके ही ससुराल वालों ने कमरे में बंद कर दिया और वहां पर जहरीला सांप छोड़ दिया, जिससे उसकी जान लेने की कोशिश की गई। सांप के डसने के बाद भी महिला को परिवार वालों ने मदद नहीं की। आखिरकार उसकी बहन समय पर पहुंची और अस्पताल में भर्ती करवाकर उसकी जान बचाई। यह दिल दहला देने वाली वारदात 18 सितंबर को कानपुर के कर्नलगंज इलाके में हुई। पीड़िता की बहन रिजवाना ने बताया कि उसकी बहन रेशमा को जानबूझकर कमरे में बंद किया गया और नाले के रास्ते से जहरीले सांप को अंदर छोड़ा गया। देर रात सांप ने रेशमा के पैर में काट लिया। वह दर्द से तड़पते हुए बार-बार मदद के लिए चिल्लाती रही, लेकिन घरवालों ने दरवाजा नहीं खोला। उल्टा, वे बाहर खड़े होकर हंसते रहे।
बहन ने बचाई जान
जानकारी के मुताबिक, किसी तरह रेशमा ने अपनी बहन रिजवाना को फोन पर घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही रिजवाना वहां पहुंची और उसने रेशमा को गंभीर हालत में पाया। तुरंत उसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी स्थिति नाजुक बताते हुए भर्ती कर लिया।
रिजवाना ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि रेशमा की शादी 19 मार्च 2021 को शाहनवाज नामक युवक से हुई थी। लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही ससुराल वाले दहेज को लेकर उसे परेशान करने लगे।
पीड़िता का परिवार पहले ही डेढ़ लाख रुपये दे चुका था, लेकिन ससुराल वाले पांच लाख रुपये अतिरिक्त की मांग कर रहे थे। मांग पूरी न होने पर रेशमा को लगातार ताने दिए जाते और उसे शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता रहा।
रिजवाना की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी पति शाहनवाज, उसके माता-पिता, बड़े भाई, बहन और तीन अन्य रिश्तेदारों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है। आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या का प्रयास समेत दहेज उत्पीड़न के प्रावधानों के तहत केस दर्ज हुआ है।
इस सनसनीखेज घटना ने एक बार फिर महिला सुरक्षा और दहेज प्रथा पर गहरी चिंता पैदा कर दी है। पीड़िता की बहन का कहना है कि अगर समय पर वह न पहुंची होती, तो उसकी बहन की जान नहीं बच पाती।
वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई जरूरी है ताकि समाज में दहेज उत्पीड़न की कुप्रथा पर रोक लगाई जा सके।
यह मामला न केवल कानपुर बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा की भयावह तस्वीर पेश करता है।
मैं सूरज सेन पिछले 6 साल से पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूं और मैने अलग अलग न्यूज चैनल,ओर न्यूज पोर्टल में काम किया है। खबरों को सही और सरल शब्दों में आपसे साझा करना मेरी विशेषता है।