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Yogesh Dutt Tiwari

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मध्यप्रदेश में कांग्रेस की नई रणनीति: 35 से 45 वर्ष के युवाओं को मिलेगा जिला अध्यक्ष बनने का मौका

मध्यप्रदेश में कांग्रेस की नई ...

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मध्यप्रदेश में कांग्रेस की नई रणनीति: 35 से 45 वर्ष के युवाओं को मिलेगा जिला अध्यक्ष बनने का मौका

भोपाल। कांग्रेस पार्टी ने मध्यप्रदेश में संगठन को नए सिरे से खड़ा करने के लिए बड़ा फैसला लिया है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने रविवार को हुई वर्चुअल मीटिंग में साफ कहा कि अब जिला अध्यक्ष 35 से 45 साल की उम्र के युवाओं को ही बनाया जाएगा। इस मीटिंग में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, और 165 से ज्यादा पर्यवेक्षक शामिल हुए।

5 साल से पहले पार्टी में आए नेताओं को ही मौका

चौधरी ने पर्यवेक्षकों से कहा कि जिला अध्यक्ष के लिए ऐसे नेताओं को ही पैनल में शामिल करें जो कम से कम 5 साल से पार्टी के सक्रिय सदस्य हों। यदि कोई नेता हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुआ है, तो उसे पैनल में जगह नहीं दी जाएगी। इसके पीछे उद्देश्य है कि पार्टी के लिए लम्बे समय से काम कर रहे जमीनी कार्यकर्ताओं को नेतृत्व में लाया जाए।

हर जिले में बनेगी 6 नामों की पैनल सूची

हर जिले से SC, ST, OBC, अल्पसंख्यक, महिला और अन्य दो वर्गों से नाम लेकर 6 लोगों का पैनल तैयार किया जाएगा। इसके लिए AICC और PCC के तीन सदस्यीय टीमें जिला स्तर पर जाकर सर्वे करेंगी और बैठकें लेंगी। इस दौरान जिले में कांग्रेस की स्थिति, जीत-हार के कारण और संगठन की मजबूती व कमजोरी पर भी रिपोर्ट तैयार की जाएगी।

राहुल गांधी की सोच – युवा और टेक फ्रेंडली नेतृत्व

हरीश चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी का साफ निर्देश है कि कांग्रेस में नेतृत्व अब युवा, सोशल मीडिया पर सक्रिय और तकनीकी रूप से सक्षम नेताओं के हाथों में होना चाहिए। अगर किसी वरिष्ठ नेता की दावेदारी मजबूत हो और वह विचारधारा से जुड़ा हो तो विशेष परिस्थितियों में उस पर विचार किया जा सकता है।

गोपनीय रिपोर्ट जाएगी आलाकमान के पास

पर्यवेक्षक जिन जिलों में दौरे पर जाएंगे, वहां से वे गोपनीय रिपोर्ट तैयार करेंगे जो सीधे मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल को भेजी जाएगी। रिपोर्ट में जीत-हार का विश्लेषण, स्थानीय समीकरण और संभावित जिला अध्यक्षों की सूची शामिल होगी।

भितरघात या अनुशासनहीनता वालों को नहीं मिलेगा मौका

मीटिंग के दौरान पर्यवेक्षकों ने कई सवाल उठाए। एक सवाल पर हरीश चौधरी ने साफ कहा कि जिन लोगों पर चुनावों में भितरघात या अनुशासनहीनता के आरोप साबित हुए हैं, उन्हें जिला अध्यक्ष के पैनल में शामिल न किया जाए।

ऑब्जर्वर रहेंगे स्वतंत्र, किसी नेता के होटल या घर में नहीं रुकेंगे

प्रदेश प्रभारी ने निर्देश दिए कि कोई भी ऑब्जर्वर किसी नेता के घर या होटल में न ठहरें, न ही किसी स्थानीय नेता के साथ दौरे करें। उनके प्रवास की पूरी व्यवस्था AICC स्तर से की जाएगी।

जिले के आवंटन पर उठे सवाल

पूर्व मंत्री और सीडब्ल्यूसी सदस्य कमलेश्वर पटेल ने पीसीसी पर्यवेक्षकों के जिले आवंटन को लेकर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि “अपने-पराए” के आधार पर जिलों का बंटवारा हुआ है। इस पर हरीश चौधरी ने जवाब देते हुए कहा कि सूची AICC ने तय की है और यदि कहीं गलती है, तो वे खुद जिम्मेदार हैं।

यूथ कांग्रेस चुनाव पर भी चर्चा

बैठक में कुछ नेताओं ने सुझाव दिया कि यूथ कांग्रेस चुनाव फिलहाल टाल दिए जाएं, क्योंकि संगठन सृजन अभियान पहले पूरा होना चाहिए। इस पर चौधरी ने कहा कि इस मुद्दे पर वे यूथ कांग्रेस अध्यक्ष और पार्टी के इलेक्शन कमीशन से बात करेंगे।

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