मध्य प्रदेश पुलिस विभाग में जल्द होगा बड़ा फेरबदल। चार साल से एक ही थाने में तैनात, दागी और अनुभाग में दस साल से कार्यरत पुलिसकर्मियों का होगा तबादला। पढ़ें पूरी खबर…..
भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस विभाग में जल्द ही बड़े स्तर पर तबादलों की तैयारी शुरू हो गई है। इस माह के अंत तक प्रदेश के कई थानों में पुलिसकर्मियों के चेहरे पूरी तरह बदल जाएंगे। दरअसल, डीजीपी कैलाश मकवाणा के निर्देश पर बीते एक सप्ताह में पुलिस मुख्यालय द्वारा तीन महत्वपूर्ण आदेश जारी किए गए हैं, जिनके चलते पूरे प्रदेश के थानों में व्यापक फेरबदल की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
चार साल से एक ही थाने में तैनात पुलिसकर्मियों को हटाने के निर्देश
प्रदेशभर के थानों में लंबे समय से पदस्थ पुलिसकर्मियों की अब खैर नहीं। पुलिस मुख्यालय ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जिन पुलिसकर्मियों को चार वर्षों से एक ही थाने में तैनात किया गया है, उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाया जाए। जिलों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, ऐसे पुलिसकर्मियों की संख्या 8 हजार से अधिक बताई जा रही है। इस सूची में आरक्षक से लेकर उप निरीक्षक स्तर तक के अधिकारी शामिल हैं।
दागी पुलिसकर्मियों पर भी गिरी गाज
मुख्यालय ने उन पुलिसकर्मियों को भी चिह्नित करने के आदेश दिए हैं, जिनके खिलाफ अपराध पंजीबद्ध हैं या जिन पर विभागीय जांचें लंबित हैं। ऐसे पुलिसकर्मियों को थाना, चौकी या किसी भी सक्रिय पुलिस कार्यालय में तैनात नहीं किया जाएगा। इस श्रेणी में प्रदेशभर से करीब तीन से चार हजार पुलिसकर्मी आ सकते हैं। पहले भी इस तरह के आदेश जारी किए गए थे, लेकिन जिलों में इनका पालन गंभीरता से नहीं हुआ। इस बार पुलिस मुख्यालय ने सख्ती से आदेशों का पालन सुनिश्चित करने के लिए विशेष निर्देश दिए हैं।
अनुभाग में दस साल से अधिक समय से जमे पुलिसकर्मी भी होंगे इधर से उधर
तीसरे आदेश के तहत उन पुलिसकर्मियों को चिन्हित किया जा रहा है, जो पिछले दस वर्षों से एक ही अनुभाग या विशेष शाखा में लगातार काम कर रहे हैं। इन पुलिसकर्मियों का भी जल्द ही तबादला किया जाएगा ताकि विभागीय पारदर्शिता बनी रहे और शिकायतों की संख्या में कमी आ सके।
संभावित तबादलों की संख्या 12 हजार के पार
तीनों आदेशों को मिलाकर अनुमान है कि पूरे प्रदेश में 12 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों का स्थानांतरण किया जा सकता है। इस प्रकार का एक साथ इतने बड़े स्तर पर फेरबदल पुलिस विभाग में पहली बार किया जा रहा है।
तबादलों से क्या बदलेगा?
इस बदलाव का उद्देश्य थानों में निष्पक्षता और पारदर्शिता लाना है। अधिकारियों का मानना है कि लम्बे समय से एक ही थाने या अनुभाग में कार्यरत पुलिसकर्मियों के कारण कई बार जन शिकायतें बढ़ जाती हैं और विभागीय स्वच्छता पर भी सवाल उठते हैं। इस व्यापक तबादला नीति से जनता को भी राहत मिलने की उम्मीद है।
कुछ जिलों में शुरू हो चुकी है प्रक्रिया
प्रदेश के कुछ जिलों में पहले से ही पुलिसकर्मियों की स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे तय समय-सीमा में पूरी रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेजें।