खाद वितरण केंद्र पर बवाल: किसानों के दो गुट भिड़े, लाठियों से हमला, तीन घायल
मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में सोमवार सुबह गल्ला मंडी परिसर में खाद वितरण के दौरान भारी अफरातफरी मच गई। खाद लेने पहुंचे किसानों के बीच पहले धक्का-मुक्की हुई और देखते ही देखते स्थिति इतनी बिगड़ गई कि दो गुट आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर लाठियां चला दीं, जिससे तीन किसान गंभीर रूप से घायल हो गए। इनमें से एक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी सामने आया है, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
सुबह से लगी लंबी कतारें, खाद के लिए मचा हंगामा
जानकारी के अनुसार, गल्ला मंडी स्थित खाद वितरण केंद्र पर सुबह 5 बजे से ही किसान बड़ी संख्या में जुटने लगे थे। सभी जल्दी खाद प्राप्त करना चाहते थे, इसलिए लंबी कतारें लग गईं। सुबह करीब 9:30 बजे जैसे ही केंद्र के दरवाजे खुले, किसानों के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई।
कुछ किसान लाइन तोड़कर आगे घुसने लगे, जिससे पीछे खड़े किसानों ने आपत्ति जताई। इसी बात को लेकर बहस शुरू हुई और माहौल गरमा गया।
लाठियों से हुई मारपीट, तीन किसान घायल
देखते ही देखते यह विवाद दो गुटों में बंट गया और दोनों पक्षों के बीच खींचातानी मारपीट में बदल गई। इसी दौरान लाठियां निकल आईं और किसानों ने एक-दूसरे पर हमला कर दिया।
मारपीट में अजय तोमर, राजाराम तोमर और रमेश तोमर (सभी निवासी मिरघान गांव) घायल हो गए। इनमें अजय तोमर की हालत ज्यादा गंभीर बताई जा रही है और उसे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।
अजय ने बताया कि खाद लेने के लिए लाइन में लगे थे, लेकिन धक्कामुक्की के चलते बाहर हो गए। जब वापस लाइन में आने की कोशिश की तो पीछे खड़े किसानों ने विरोध किया और बात बढ़ते-बढ़ते हाथापाई और लाठीचार्ज तक पहुंच गई।
प्रशासन की सफाई – पर्याप्त मात्रा में है खाद
घटना पर एसडीएम भूपेंद्र सिंह कुशवाह ने कहा कि जिले में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब पर्याप्त खाद है, तो फिर किसान आपाधापी क्यों मचाते हैं? यह भी जांच की जाएगी कि किसान खाद वितरण केंद्र पर लाठियां लेकर क्यों पहुंचे।
किसानों की परेशानी और प्रशासन की चुनौती
इस घटना ने एक बार फिर खाद वितरण व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हर साल खरीफ और रबी सीजन में किसानों को समय पर खाद न मिलने की शिकायतें सामने आती रही हैं। पर्याप्त खाद उपलब्ध होने के बावजूद भीड़ प्रबंधन की कमी और काउंटर पर अव्यवस्था के कारण ऐसी घटनाएं होती हैं।
प्रशासन अब जांच कर रहा है कि सोमवार को आखिर हालात बेकाबू क्यों हुए और जिम्मेदारी किसकी है।