पत्नी को बचाया, खुद जिंदगी हार गया: MP में एक पति ने निभाया सात वचनों का फर्ज
सतना। शादी के सात वचनों में एक वचन होता है। हर परिस्थिति में एक-दूसरे की रक्षा करने का। सतना जिले के ऊंचेहरा क्षेत्र में एक पति ने इस वचन को निभाने के लिए अपनी जान दांव पर लगा दी। उसने अपनी पत्नी को मौत के मुंह से तो खींच लाया, लेकिन खुद ज़िंदगी की जंग हार गया।
घटना परसमनिया गांव की है। जहां राज बहादुर सिंह गोंड अपने परिवार के साथ तालाब में स्नान करने गया था। यह स्नान कोई साधारण धार्मिक क्रिया नहीं थी। बल्कि उनके हाल ही में खोए गए बच्चे की रस्मों से जुड़ा एक भावनात्मक पल था। परिवार ने सोचा भी नहीं था कि एक और बड़ा दुख उनकी जिंदगी में दस्तक देने वाला है।
पल भर में बदल गया सारा मंजर
राज बहादुर की पत्नी, अंजू, तालाब में स्नान कर रही थीं। अचानक उनका पैर फिसला और वह गहरे पानी में समा गईं। अंजू को डूबता देख राज बहादुर ने बिना एक पल गंवाए तालाब में छलांग लगा दी। उसने पूरी हिम्मत से पत्नी को बाहर निकाला और उसकी जान बचा ली। लेकिन इस जद्दोजहद में खुद गहराई में फंस गया।
जब तक आसपास के लोग कुछ समझ पाते और मदद के लिए पहुंचते, तब तक राज बहादुर का शरीर पानी में शांत हो चुका था। परिजन उसे फौरन ऊंचेहरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
गांव में छाया मातम, परिवार पर टूटा दुःखों का पहाड़
राज बहादुर की इस वीरता की खबर फैलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई। हर आंख नम हो गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और फिर अंतिम संस्कार के लिए परिवार को सौंप दिया। परसमनिया चौकी पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।
दूसरा गहरा घाव झेल रही पत्नी
अंजू के लिए यह क्षण बेहद भारी है। कुछ ही समय पहले उसने अपना बच्चा खोया था और अब पति की असमय मौत ने उसकी दुनिया पूरी तरह बदल दी है। गांव के लोग भी स्तब्ध हैं। उनका कहना है कि राज बहादुर बेहद शांत, जिम्मेदार और मददगार इंसान था। किसी ने नहीं सोचा था कि वह इस तरह अचानक साथ छोड़ देगा।