शिवसेना ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, इस दौरान उनका चटपटा बयान हो रहा वायरल….
सागर। कलेक्टर परिसर में इंडियन कॉफी हाउस खोले जाने की खबर सामने आते ही शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मजेदार अंदाज में इसका विरोध दर्ज कराया। मंगलवार दोपहर शिवसेना जिला प्रमुख दीपक लोधी के नेतृत्व में शिवसैनिकों ने कलेक्टर संदीप जीआर को ज्ञापन सौंपकर यह साफ कर दिया कि “साहब! यह बुंदेलखंड है, यहां इडली-डोसा नहीं, पोहा-जलेबी और चाट-फुल्की की दुकानें जमती हैं।”
शिवसेना का कहना है कि कलेक्टर परिसर में जो इंडियन कॉफी हाउस खोला जा रहा है, वहां इडली-डोसा, सांभर, बड़ा जैसे दक्षिण भारतीय व्यंजन महंगे दामों में मिलेंगे, जो यहां आने वाले गरीब मजदूरों और किसानों की पहुंच से बाहर होंगे। इसलिए परिसर में खाली पड़ी जगह पर चाट-चौपाटी, पोहा, जलेबी, समोसा, कचौड़ी जैसी दुकानों को भी लगाने की अनुमति दी जाए।
पप्पू तिवारी का चटपटा बयान
शिवसेना उपराज्य प्रमुख पप्पू तिवारी तो अपनी खास बुंदेली शैली में बोले— “साहब! हमें इडली-डोसे से कोई बैर नहीं है, लेकिन ये मत भूलिए कि हम बुंदेलखंड में हैं। यहां सुबह पोहा-जलेबी खाए बिना पेट नहीं भरता। मजदूर आदमी कॉफी हाउस की महंगी प्लेट नहीं, दो रुपए की फुल्की से खुश हो जाता है।”
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “कलेक्टर साहब खुद दक्षिण भारत से हैं, इसलिए उन्हें इडली-डोसा अपनी याद दिलाते होंगे, लेकिन यहां के लोगों की पसंद तो समोसा-कचौड़ी है।” पप्पू तिवारी ने सवाल उठाया कि जिस जगह पहले रिकॉर्ड रूम था, उसे हटाकर इंडियन कॉफी हाउस कैसे खोलने दिया गया? उन्होंने कहा कि चाट-चौपाटी की दुकानें भी खुलें, ताकि गरीब भी अपने टेस्ट से जुड़ा नाश्ता कर सके।
शिवसेना ने चेताया है कि जल्द ही इस मांग को लेकर संगठन के प्रभारी राजेंद्र शुक्ला को भी ज्ञापन सौंपा जाएगा।
ज्ञापन सौंपने वालों में ये लोग रहे शामिल
ज्ञापन देने पहुंचे प्रमुख शिवसैनिकों में विकास यादव, पंकज दुबे, आशुतोष तिवारी, अजय बुंदेला, राहुल बिट्ठल, मयंक रजक, दीपक रैदास, रवि और सचिन आदि शामिल रहे।