होम देश / विदेश मध्यप्रदेश राजनीति धर्म/अध्यात्म ऑटोमोबाइल सरकारी योजना खेल समाचार
By
On:

( सागर ) बहनें रक्षाबंधन की तैयारी में जुटी थी,भाई नदी में डूबे,3 के शव निकले,एक की तलाश जारी….

( सागर ) बहनें रक्षाबंधन ...

[post_dates]

संपादक

Published on:

whatsapp

( सागर ) बहनें रक्षाबंधन की तैयारी में जुटी थी,भाई नदी में डूबे,3 के शव निकले,एक की तलाश जारी….

सागर। रक्षाबंधन त्योहार से ठीक 1 दिन पहले सागर शहर के खुशीपुरा निवासी सनी अहिरवार, राज अहिरवार सुमित अहिरवार,अभिषेक अहिरवार और रिछावर गांव निवासी निखिल अहिरवार के साथ रिछावर गांव से निकली बेवस नदी नहाने गए थे जहां नहाते समय सनी, राज, सुमित और निखिल डूब गए जिनमें से तीन के शव एसआरएफ टीम शनिवार सुबह 10:00 नदी से निकल लिए हैं, चौथे की तलाश जारी है।

नदी में डूबे युवक सनी, सुमित, ओर राज अहिरवार
नदी में डूबे युवक सनी, सुमित, ओर राज अहिरवार

नदी में डूबने वालों में रिछावर निवासी 22 वर्षीय निखिल अहिरवार अपनी पांच बहनों का इकलौता भाई था,रक्षाबंधन के अवसर पर बहने राखी बांधने की तैयारी में जुटी थी लेकिन भाई की डूबने की सूचना मिलते ही खुशियां मातम में बदल गई,वहीं खुशीपुरा निवासी 22 वर्षीय सनी अहिरवार की 3 महीने पहले ही शादी हुई थी रक्षाबंधन पर उसकी बहन ने ससुराल से मायके आई थी, वहीं भाइयों की मौत की खबर सुनकर बहनों का रो-रो कर बुरा हाल है। वही है खबर जिसने भी सुनी उसकी आंखों से आंसू छलक आए

Loading

Join our WhatsApp Group
संपादक

हमारे बारे में योगेश दत्त तिवारी पिछले 20 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं और मीडिया की दुनिया में एक विश्वसनीय और सशक्त आवाज के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। अपने समर्पण, निष्पक्षता और जनहित के प्रति प्रतिबद्धता के चलते उन्होंने पत्रकारिता में एक मजबूत स्थान बनाया है। पिछले 15 वर्षों से वे प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्र 'देशबंधु' में संपादक के रूप में कार्यरत हैं। इस भूमिका में रहते हुए उन्होंने समाज के ज्वलंत मुद्दों को प्रमुखता से उठाया है और पत्रकारिता के उच्चतम मानकों को बनाए रखा है। उनकी लेखनी न सिर्फ तथ्यपरक होती है, बल्कि सामाजिक चेतना को भी जागृत करती है। योगेश दत्त तिवारी का उद्देश्य सच्ची, निष्पक्ष और जनहितकारी पत्रकारिता को बढ़ावा देना है। उन्होंने हमेशा युवाओं को जिम्मेदार पत्रकारिता के लिए प्रेरित किया है और पत्रकारिता को सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि समाज सेवा का माध्यम माना है। उनकी संपादकीय दृष्टि, विश्लेषणात्मक क्षमता और निर्भीक पत्रकारिता समाज के लिए प्रेरणास्रोत रही है।
error: RNVLive Content is protected !!