कलेक्टर संदीप जी.आर. की बड़ी कार्रवाई : लापरवाह अफसरों पर नोटिस, ऑपरेटर बर्खास्त
सागर। कलेक्टर संदीप जी.आर. मंगलवार को फिर एक्शन मोड में नजर आए। कलेक्टर कक्ष में आयोजित सीएम हेल्पलाइन शिकायतों की जनसुनवाई के दौरान उन्होंने अफसरों की ढिलाई को गंभीरता से लेते हुए कई अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए और एक ऑपरेटर को तत्काल बर्खास्त कर दिया। साथ ही उन्होंने महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस विभाग को सख्त निर्देश दिए कि ऐसे मामलों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
हेल्पलाइन शिकायतों पर लापरवाही पड़ी भारी
कलेक्टर ने पाया कि कई विभागीय अधिकारी शिकायतों का समय पर निराकरण नहीं कर रहे हैं और न ही उनमें गंभीरता दिखा रहे हैं। इस पर उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ममता तिमोरे, नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारी राजेश ठाकुर, और जनपद पंचायत राहतगढ़ के सीईओ एस.के. प्रजापति को कारण बताओ नोटिस जारी किए।
कलेक्टर ने साफ चेतावनी दी कि यदि जवाब संतोषजनक नहीं मिला तो निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।
इसी तरह, गढाकोटा के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. सूर्येश सिंघई को भी कारण बताओ नोटिस थमाया गया। वहीं, शिकायतों की प्रक्रिया में लापरवाही बरतने पर कंप्यूटर ऑपरेटर सेलुमान को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने के आदेश जारी कर दिए गए।
महिला संबंधी मामलों पर सख्ती
सुनवाई के दौरान महिला उत्पीड़न और लूट से जुड़े एक मामले पर कलेक्टर ने पुलिस विभाग को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि महिला संबंधी प्रकरणों में पुलिस को बेहद गंभीर और तत्पर रहना होगा।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि लूट और छेड़छाड़ जैसे अपराधों को रोकने के लिए पुलिस विभाग न केवल कड़ी कार्रवाई करे, बल्कि जागरूकता अभियान भी चलाए ताकि ऐसी घटनाएं घटित ही न हों।
शिकायतकर्ताओं को समक्ष बुलाकर किया समाधान
इस जनसुनवाई की खासियत यह रही कि कलेक्टर ने शिकायतकर्ताओं को सीधे समक्ष बुलाया और उनकी बात ध्यान से सुनी। कई मामलों का निराकरण मौके पर ही किया गया।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों और थाना प्रभारियों को निर्देश दिया कि वे केवल कागजी कार्रवाई न करें, बल्कि मौके पर जाकर जांच करें और समस्या का हल निकालें।
हर मंगलवार सख्त मॉनिटरिंग
कलेक्टर संदीप जी.आर. ने कहा कि हर मंगलवार की तरह इस बार भी जनसुनवाई के बाद पुलिस विभाग और अन्य विभागों की शिकायतों की समीक्षा की गई।
उन्होंने निर्देश दिए कि –
दोनों पक्षों को उपस्थित कराकर ही शिकायतों का समाधान कराया जाए।
अधिकारी रैंडम शिकायतें चुनकर सीधे शिकायतकर्ताओं से बातचीत करें।
सीएम हेल्पलाइन की शिकायतें एल-1 स्तर से लेकर उच्च स्तर तक समक्ष प्रस्तुत की जाएं, ताकि वास्तविक जिम्मेदार अधिकारी की पहचान हो और कार्रवाई सुनिश्चित हो सके।
अधिकारियों को कलेक्टर की दो-टूक चेतावनी
कलेक्टर ने साफ कह दिया कि अब से सीएम हेल्पलाइन शिकायतों में कोई भी लापरवाही हुई तो जिम्मेदार अधिकारी पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर संयुक्त कलेक्टर राजनंदनी शर्मा, पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में शिकायतकर्ता मौजूद रहे।