सागर। शहर के पंडापुरा तिली वार्ड में अवैध रूप से रखे गए डीएपी खाद के बड़े भंडार का पर्दाफाश हुआ है। कृषि विभाग और मोतीनगर थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने बुधवार रात एक मकान पर दबिश देकर 60 बोरी डीएपी खाद जब्त की। जांच में पाया गया कि यह खाद बिना किसी लाइसेंस और दस्तावेजों के रखी गई थी और बिक्री के लिए तैयार की जा रही थी।
गुप्त सूचना पर देर रात दबिश
कृषि विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि पंडापुरा में लखन पटेल के मकान में गैरकानूनी तरीके से बड़ी मात्रा में रासायनिक खाद का भंडारण किया गया है। बताया गया कि यहां से किसानों को ऊंचे दामों पर खाद बेची जा रही थी। सूचना के बाद कृषि विभाग के उर्वरक निरीक्षक शिवकांत सिंह राजपूत ने मोतीनगर पुलिस के साथ टीम बनाई और मौके पर छापामार कार्रवाई की।
टीम ने मकान का दरवाजा खुलवाकर अंदर तलाशी ली, जहां डीएपी की 60 बोरियां neatly रखी हुई पाई गईं। जब खाद के बारे में दस्तावेज मांगे गए तो वहां मौजूद लोगों के पास कोई भी लाइसेंस या खरीद-बिक्री से संबंधित प्रमाण नहीं मिले।
मौके पर पूछताछ में हुआ खुलासा
मकान पर मौजूद गौरव साहू (निवासी गोपालगंज) से पूछताछ में उसने बताया कि यह खाद सचिन साहू द्वारा भंडारित की गई है, जिसे बिक्री के लिए रखा गया था। पुलिस और कृषि विभाग ने मौके से खाद के नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला (लैब) भेज दिए हैं, क्योंकि नकली या मिलावटी खाद होने की आशंका भी जताई जा रही है।
तीन लोगों पर मामला दर्ज
जांच के बाद उर्वरक निरीक्षक ने इस पूरे प्रकरण की शिकायत मोतीनगर थाना में दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने सचिन साहू (निवासी तहसीली यादव कॉलोनी), अजय रैकवार (निवासी यादव कॉलोनी) और गौरव साहू (निवासी गोपालगंज) के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जब्त की गई खाद को पुलिस ने थाने में सुरक्षित रखवाया है और दस्तावेजों की जांच के साथ आपूर्ति नेटवर्क की तहकीकात भी की जा रही है।
खाद की गुणवत्ता की जांच जारी
कृषि विभाग ने बताया कि जब्त खाद के नमूने राज्य प्रयोगशाला भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट होगा कि खाद असली है या नकली। यदि खाद नकली पाई गई, तो आरोपियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन की सख्ती
इस कार्रवाई से कृषि विभाग ने संकेत दिया है कि बिना लाइसेंस खाद बेचने वालों के खिलाफ अब सख्त कदम उठाए जाएंगे। विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे केवल मान्यता प्राप्त विक्रेताओं से ही खाद और बीज खरीदें, ताकि उन्हें ठगी या नकली उत्पादों से नुकसान न हो।








