ग्वालियर (MP News): मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने प्यार, धोखा और आत्महत्या की एक दर्दनाक कहानी को उजागर कर दिया है। यहां 36 साल की एक विवाहित महिला ने खुद को 22 साल की कुंवारी बताकर एक 20 वर्षीय युवक को अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। दोनों के बीच दो साल तक प्रेम संबंध रहे, लेकिन जब युवक को सच्चाई का पता चला, तो रिश्ते में तनाव इतना बढ़ गया कि उसने अपनी जान दे दी।
प्यार के जाल में फंसा 20 साल का युवक
गिरवाई थाना क्षेत्र में रहने वाला जावेद खान (20) पेशे से टैक्सी चालक था। करीब दो साल पहले उसकी मुलाकात नगीना खान (36) से हुई, जो चार बच्चों की मां थी। नगीना ने जावेद को बताया कि वह सिर्फ 22 साल की है और अविवाहित है। उसने अपनी सात वर्षीय बेटी को भी अपनी बहन की बेटी बताकर परिचय कराया। धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और उन्होंने साथ जीने-मरने की कसमें खा लीं।
जावेद नगीना की बातों में पूरी तरह भरोसा करने लगा। दोनों अक्सर एक-दूसरे से मिलते थे और उनके बीच शारीरिक संबंध भी बन गए। नगीना करीब एक साल तक जावेद के घर किराए पर रही, लेकिन उसके व्यवहार को लेकर आसपास के लोगों ने सवाल उठाए, जिसके बाद उसे वहां से जाना पड़ा। इसके बाद वह काला सैय्यद गोल पहाड़िया इलाके में किराए के मकान में रहने लगी, जहां जावेद अक्सर मिलने जाता था।
राज खुलने पर बढ़ा विवाद, हुई ब्लैकमेलिंग
कुछ समय बाद जावेद को एक परिचित से पता चला कि नगीना न केवल शादीशुदा है बल्कि उसकी उम्र उससे 16 साल ज्यादा है। इतना ही नहीं, नगीना की शादी वर्ष 2006 में ग्वालियर के नूरगंज निवासी आरिफ खान से हुई थी और उसके पांच बच्चे हैं, जिनमें से एक की जन्म के बाद मौत हो चुकी है।
जब जावेद ने नगीना से इस बारे में सवाल किया, तो दोनों के बीच तीखा विवाद हुआ। इसके बाद महिला ने युवक को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। वह धमकी देने लगी कि अगर उसने रिश्ता तोड़ा तो वह उस पर झूठे आरोप लगाकर फंसा देगी। डर और मानसिक दबाव में जावेद लगातार परेशान रहने लगा।
7 अक्टूबर को मिली मौत की खबर
7 अक्टूबर की सुबह करीब 4 बजे, जावेद नगीना के घर पहुंचा। कुछ समय बाद उसने घर की सीढ़ियों के पास लगी लोहे की चौखट पर अपनी साफी से फंदा बनाकर फांसी लगा ली। जब नगीना नीचे आई, तो उसने फंदा काटकर जावेद को नीचे उतारा और तुरंत उसे जेपी अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंची।
वहां डॉक्टरों को नगीना ने बताया कि जावेद अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा था। लेकिन जब डॉक्टरों ने जांच की, तो जावेद पहले ही मर चुका था और उसके गले पर फांसी के निशान साफ दिख रहे थे। ड्यूटी डॉक्टर डॉ. अमित कुशवाह ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुला सच
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह पुष्टि हुई कि जावेद की मौत बेहोशी या गिरने से नहीं, बल्कि फांसी लगाने से हुई है। पुलिस ने जब मृतक के परिजनों से पूछताछ की, तो पूरा मामला सामने आ गया। परिवार के बयान और सबूतों के आधार पर पुलिस ने नगीना खान के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस जांच जारी, समाज में चर्चा तेज
यह घटना ग्वालियर में लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि महिला ने युवक को किस हद तक ब्लैकमेल किया और क्या अन्य लोग भी इसमें शामिल थे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मामला सिर्फ एक आत्महत्या नहीं, बल्कि भावनात्मक धोखे और मानसिक उत्पीड़न की मिसाल है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि जावेद को न्याय मिल सके।








