MP : इंदौर में 22 वर्षीय एक युवक की आत्महत्या के मामले ने नया और चौंकाने वाला मोड़ ले लिया है। युवक के मौत के दो दिन बाद एक वीडियो कॉल सामने आया है, जिसमें उसकी प्रेमिका खुदकुशी की धमकी देती हुई दिखाई दे रही है। यह वीडियो न सिर्फ मामले को नई दिशा दे रहा है, बल्कि परिजनों के आरोपों को भी मजबूती देता है कि युवक लंबे समय से मानसिक दबाव में था।
वीडियो कॉल में दिखाई दी ब्लैकमेलिंग और धमकियाँ
घटना इंदौर के परदेशीपुरा थाना क्षेत्र के शिवाजी नगर की है। 22 वर्षीय अभिषेक प्रजापत ने 14 नवंबर को अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी थी। परिजन अभी इस सदमे से उबर भी नहीं पाए थे कि इसी बीच अभिषेक और उसकी प्रेमिका खुशी के बीच हुई वीडियो कॉल का फुटेज सामने आ गया।
वीडियो में कथित तौर पर खुशी पंखे में लगे फंदे को अपने गले में डालते हुए और पेट पर तलवार रखते हुए दिखाई देती है। फुटेज में वह अभिषेक से कहती सुनाई देती है। अगर तुमने मुझे छोड़ा तो मैं अपनी जान दे दूंगी।
दूसरी ओर अभिषेक बार-बार उसे शांत रहने और ऐसा कदम न उठाने की गुहार लगाता दिखाई देता है। परिजनों का कहना है कि यह वीडियो साबित करता है कि अभिषेक को लगातार भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल किया जा रहा था।
परिजनों का आरोप: दोनों तरफ से दबाव झेल रहा था अभिषेक
अभिषेक के पिता रामहित प्रजापत ने बताया कि उनका बेटा और खुशी काफी समय से एक-दूसरे को जानते थे और पढ़ाई के दौरान ही दोनों के बीच संबंध बने थे। पिता का दावा है कि खुशी अक्सर अभिषेक को सुसाइड की धमकियाँ देती थी, जिसके कारण वह मानसिक रूप से तनाव में रहता था।
उधर, युवती के परिवार पर भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं। परिजनों के मुताबिक, खुशी के घरवालों को इस रिश्ते से आपत्ति थी और वे अभिषेक पर लड़की से दूर रहने का दबाव बनाते थे। परिवार ने आरोप लगाया कि खुशी के परिजनों ने एक बार अभिषेक के साथ मारपीट भी की थी।
मारपीट और झूठी शिकायत का भी आरोप
अभिषेक के पिता ने बताया कि कुछ समय पहले खुशी के परिवार ने न सिर्फ अभिषेक को पीटा था, बल्कि उसके खिलाफ भागीरथपुरा चौकी में झूठी रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। इस शिकायत के बाद पुलिस ने अभिषेक को चौकी में बैठाया और कथित तौर पर उसे चेतावनी दी कि वह खुशी से दूरी बनाए रखे।
परिवार का कहना है कि प्यार में फंसे बेटे को दोनों तरफ से दबाव झेलना पड़ रहा था
एक तरफ प्रेमिका की आत्महत्या की धमकियाँ,दूसरी तरफ उसके परिवार का डर और दबाव,इन परिस्थितियों ने उसे अंदर-अंदर तोड़ दिया था।
14 नवंबर की शाम अभिषेक की छोटी बहन उसे कमरे में फंदे पर लटका देख कर घबरा गई। घर में हड़कल मच गई। अभिषेक तीन भाई-बहनों में से एक था।
पिता नाश्ते की दुकान चलाते हैं, जबकि अभिषेक साउंड सिस्टम से जुड़ा काम करता था। परिवार आर्थिक रूप से साधारण है और बेटे की मौत ने उन्हें पूरी तरह टूटने पर मजबूर कर दिया है।
पुलिस ने मोबाइल जब्त कर जांच शुरू की
परदेशीपुरा पुलिस ने अभिषेक का मोबाइल फोन जब्त कर लिया है और वीडियो कॉल सहित पूरे मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस का कहना है कि
मोबाइल डेटा की फोरेंसिक जांच होगी
कॉल रिकॉर्डिंग, चैट और अन्य डिजिटल सबूत खंगाले जाएंगे
परिवार के आरोपों के आधार पर बयान दर्ज किए जा रहे हैं
फिलहाल मामले में किसी पर औपचारिक FIR दर्ज नहीं की गई है, लेकिन पुलिस का कहना है कि जांच के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी।








