Sagar : नगर पालिका की कार्रवाई के बाद जगह बदलने से बिक्री बंद हुई, 5 लाख के कर्ज से दबे निर्मल साहू ने सर्वोदय चौराहे पर उठाया खतरनाक कदम, समय रहते भीड़ और पुलिस ने बचाया
Sagar : बीना। रविवार दोपहर एक दर्दनाक घटना ने शहर को झकझोर दिया। सब्जी और फल बेचकर परिवार चलाने वाला 40 वर्षीय निर्मल साहू अचानक अपने 13 वर्षीय बेटे दीपक साहू के साथ खुद पर पेट्रोल उड़ेलकर आग लगाने पहुंच गया। घटना सर्वोदय चौराहे पर हुई, जहां बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। मौके पर खड़े लोगों ने चीख पुकार सुनकर उसे तुरंत रोक लिया और पुलिस को खबर दी। सूचना मिलते ही टीआई अनूप यादव टीम के साथ वहां पहुंचे। उस वक्त निर्मल और उसका बेटा पूरी तरह पेट्रोल से भीगे हुए थे। पुलिस ने दीपक को तुरंत अस्पताल भिजवाया, जहां उसका इलाज जारी है। मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार निर्मल अपनी मां भगवती, पत्नी और दो बेटियों के साथ चौराहे पर पहुंचा था। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि उस पर 5 लाख रुपये का कर्ज है। वह पहले स्टेट बैंक के सामने सब्जी और फल की दुकान लगाकर जीवनयापन करता था। लेकिन शनिवार से नगर पालिका ने सभी सब्जी विक्रेताओं को सर्वोदय चौराहा–अंबेडकर चौराहा क्षेत्र से हटाकर खुरई रोड ओवरब्रिज के नीचे शिफ्ट कर दिया है। निर्मल का आरोप है कि नए स्थान पर पूरे दिन बैठने के बाद भी 20 रुपये की बिक्री तक नहीं हुई।
उसके शब्दों में रोज़ी-रोटी ही बंद हो गई, कर्ज घेरे खड़ा है। उधार देने वाले लोग रोज़ घर आकर धमका रहे हैं। परिवार कैसे चलाऊं ? अपनी असहाय स्थिति और कर्ज के दबाव में उसने यह खतरनाक कदम उठाने की कोशिश की।
पुलिस ने समझाकर सुरक्षित ले गई
टीआई अनूप यादव ने कहा कि समय-समय पर सरकारी व्यवस्था बदलती रहती है, लेकिन इस प्रकार खुद को नुकसान पहुंचाना समाधान नहीं है।
उन्होंने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और आगे की कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद इलाके में चिंता और आक्रोश दोनों देखने को मिले। स्थानीय लोगों का कहना है कि नई जगह पर ग्राहकी न मिलना कई परिवारों के लिए संकट बन गया है। विक्रेताओं का कहना है कि प्रशासन को पहले वैकल्पिक व्यवस्था सही तरीके से करनी चाहिए थी। यह घटना न केवल एक सब्जी विक्रेता की मजबूरी को उजागर करती है, बल्कि यह भी बताती है कि रोज़गार की अचानक होने वाली चोट कैसे परिवारों को गहरे तनाव में धकेल देती है।








