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डिप्टी कमिश्नर पर ईओडब्ल्यू का शिकंजा: 5.89 करोड़ की बेहिसाब संपत्ति का खुलासा, शराब-सोना और प्रॉपर्टी के दस्तावेज जब्त

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डिप्टी कमिश्नर पर ईओडब्ल्यू का शिकंजा: 5.89 करोड़ की बेहिसाब संपत्ति का खुलासा, शराब-सोना और प्रॉपर्टी के दस्तावेज जब्त

जबलपुर/भोपाल/सागर। आदिम जाति कल्याण विभाग के डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे की मुश्किलें उस वक्त बढ़ गईं जब आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने मंगलवार को उनके जबलपुर, भोपाल और सागर स्थित ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इस कार्रवाई में लगभग 5 करोड़ 89 लाख रुपए की आय से अधिक संपत्ति उजागर हुई है, जो सरवटे की घोषित आय के मुकाबले कई गुना ज्यादा है।

ईओडब्ल्यू ने एक ही दिन तीन शहरों में ताबड़तोड़ सर्चिंग कर सरवटे के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(1)(B), 13(2) के तहत मामला दर्ज किया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि उन्होंने न सिर्फ अपने नाम पर, बल्कि अपने परिजनों के नाम पर भी कीमती जमीनें, मकान, लाखों के जेवरात और लग्जरी सामान अर्जित किए हैं।

ताले में बंद मिला सागर का सरकारी बंगला, सील की गई संपत्ति

सरवटे फिलहाल सागर में अतिरिक्त प्रभार में पदस्थ हैं। ईओडब्ल्यू की सागर यूनिट ने उनके सरकारी आवास की तलाशी ली, जो उस समय बंद मिला। टीम ने बंगले को सील कर दिया है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि अंदर से क्या-क्या बरामद हुआ है।

भोपाल वाले मकान से शराब और कैश की बरामदगी

भोपाल स्थित उनके सरकारी आवास से ईओडब्ल्यू ने करीब 1.08 लाख रुपए कीमत की 56 महंगी शराब की बोतलें, 7.06 लाख रुपए नकद, और लगभग 20.41 लाख रुपए का घरेलू विलासिता का सामान जब्त किया है। इसके अलावा कई बेशकीमती दस्तावेज भी मिले हैं, जिनमें संपत्तियों का विवरण शामिल है।

मां और भाई के नाम पर भी करोड़ों की संपत्तियां

जांच में यह भी सामने आया कि सरवटे की संपत्ति सिर्फ उनके नाम तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके माता और भाई के नाम पर भी करोड़ों की अचल संपत्ति का खुलासा हुआ है। ईओडब्ल्यू को शक है कि यह संपत्ति भी अवैध रूप से अर्जित की गई हो सकती है।

जबलपुर से शुरू हुआ सफर, यहीं बुनी गई संपत्ति की जड़ें

जगदीश सरवटे ने अपना अधिकतर कार्यकाल जबलपुर में ही बिताया है और यहीं से उनकी “संपत्ति साम्राज्य” की नींव रखी गई। वर्तमान में वे आदिम जाति कल्याण विभाग में डिप्टी कमिश्नर हैं और परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केंद्र जबलपुर का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे हैं।

तीन टीमों ने की तलाशी की कार्रवाई

22 जुलाई को ईओडब्ल्यू जबलपुर की तीन टीमों ने क्रमशः

शंकर शाह नगर रामपुर स्थित सरकारी आवास

आधारताल स्थित पुश्तैनी मकान

भोपाल के बाग मुगालिया स्थित निजी मकान
की तलाशी ली। वहीं सागर स्थित सरकारी आवास की तलाशी सागर ईओडब्ल्यू यूनिट ने की।

आगे और खुलासों की संभावना

ईओडब्ल्यू अधिकारियों के मुताबिक, यह सिर्फ प्रारंभिक आंकड़ा है और जांच पूरी होने के बाद बेहिसाब संपत्ति का यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। फिलहाल समस्त दस्तावेजों, ज्वेलरी, नगद और अन्य जब्त सामग्रियों की वैधता की जांच की जा रही है।

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मैं सूरज सेन पिछले 6 साल से पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूं और मैने अलग अलग न्यूज चैनल,ओर न्यूज पोर्टल में काम किया है। खबरों को सही और सरल शब्दों में आपसे साझा करना मेरी विशेषता है।
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