कैबिनेट बैठक में सीएम ने विदेश यात्रा के अनुभव साझा किए, एमपी को डेटा हब बनाने की दिशा में कदम तेज
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में सोमवार को मंत्रालय में कैबिनेट की अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक की शुरुआत मुख्यमंत्री ने अपनी हालिया विदेश यात्रा के अनुभव साझा करते हुए की। 13 से 19 जुलाई तक दुबई और स्पेन की गई इस निवेश यात्रा के दौरान उन्हें विभिन्न तकनीकी और औद्योगिक संभावनाओं का अनुभव हुआ, जिसकी जानकारी उन्होंने मंत्रिपरिषद के सामने रखी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस दौरे से प्रदेश को कुल 11,119 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनसे लगभग 14,500 युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना है। उन्होंने इस यात्रा को मध्यप्रदेश के लिए वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान बनाने वाली बताया।
डेटा सेंटर और डिजिटल एमपी की योजना
नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि मुख्यमंत्री ने विदेश दौरे में आधुनिक डेटा सेंटर्स का दौरा किया, जिससे प्रेरित होकर प्रदेश में भी विश्वस्तरीय डेटा इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने की योजना बनाई जा रही है। इसके तहत डेटा एक्सचेंज, रिसर्च और पॉलिसी मेकिंग को एक साथ जोड़ने वाली व्यवस्था विकसित की जाएगी। यह कदम प्रदेश को एक सुरक्षित और डिजिटल रूप से सशक्त राज्य के रूप में स्थापित करेगा।
गांधी सागर जल विद्युत गृह होगा हाईटेक
कैबिनेट में एमपी पावर जनरेटिंग कंपनी द्वारा गांधी सागर हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के आधुनिकीकरण को भी मंजूरी दी गई। 40 साल पुराने इस प्लांट को अब अपग्रेड किया जाएगा, जिस पर करीब 464 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस राशि का 30 प्रतिशत राज्य सरकार वहन करेगी, जबकि शेष राशि ऋण के माध्यम से जुटाई जाएगी। इस अपग्रेड से एमपी के हिस्से की 115 मेगावाट क्षमता को और बेहतर किया जाएगा।
सोलर से होगी बिजली सस्ती, आमदनी की भी राह
मंत्री विजयवर्गीय ने बिजली दरों में वृद्धि की आशंका को लेकर कहा कि आमजन को अब सौर ऊर्जा की ओर बढ़ना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री की ‘पीएम सूर्यघर योजना’ का हवाला देते हुए कहा कि सोलर से केवल सस्ती बिजली नहीं, बल्कि अतिरिक्त कमाई भी की जा सकती है। यह योजना लोगों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अहम कदम है।
व्यापार मेला और पर्यावरणीय पर्यटन को मिली रफ्तार
कैबिनेट में उज्जैन में लगने वाले व्यापार मेले में ऑटोमोबाइल सेक्टर को 50% छूट देने का निर्णय लिया गया। यह सुविधा पहले ग्वालियर में लागू की जा चुकी है। इसके साथ ही, पचमढ़ी को “बायोस्फीयर रिजर्व” घोषित किए जाने के बाद पर्यटन विकास पर भी चर्चा की गई। सरकार की योजना है कि जैव विविधता और पर्यावरणीय पर्यटन को नया आयाम दिया जाए।
खाद वितरण पर विशेष निर्देश
मुख्यमंत्री ने खाद वितरण को लेकर मंत्रियों को उनके प्रभार वाले जिलों में सतर्क रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बुआई का समय शुरू हो चुका है, ऐसे में किसानों को समय पर खाद मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। नकली खाद पर पूरी सख्ती से कार्रवाई करने को भी कहा गया।
महाकाल की सवारी में लोक नृत्य की झलक
बैठक में महाकाल सवारी की समीक्षा भी हुई। इस बार की सवारी को लोक नृत्य की थीम पर सजाया गया था, जिसमें गुजरात के आदिवासी नृत्य की विशेष प्रस्तुति हुई। भारी भीड़ को प्रशासन ने बेहतरीन प्रबंधन के साथ नियंत्रित किया, जिसके लिए मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक अमले की सराहना की।
स्पेन की तकनीक से बदलेंगी खेती की तस्वीर
डॉ. यादव ने बताया कि स्पेन में उन्होंने फल उत्पादन, उद्यानिकी और खेती से जुड़ी आधुनिक तकनीकों को करीब से देखा। उन्होंने घोषणा की कि जल्द ही मध्यप्रदेश के किसान भी इन तकनीकों को सीखने के लिए अध्ययन दल के रूप में स्पेन भेजे जाएंगे। इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती और हरित ऊर्जा से बने उत्पादों की वैश्विक मांग को देखते हुए प्रदेश में इन क्षेत्रों में भी विशेष अभियान चलाया जाएगा।