Sagar news hindi (सागर ) : देवरी चौधरी गांव में जमीन विवाद के चलते दलित युवक की हत्या। कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने पीड़ित परिवार से मिलकर जताया दुख प्रशासन और पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए। जानें पूरी घटना की विस्तृत जानकारी...
Sagar news hindi (सागर) : रहली थाना क्षेत्र अंतर्गत देवरी चौधरी गांव में जमीनी विवाद के चलते एक दलित युवक की बेरहमी से हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। घटना के बाद मंगलवार की शाम कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पीड़ित परिवार से मिलने गांव पहुंचे। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ मृतक के परिजनों से विस्तृत बातचीत की, बल्कि प्रशासन और पुलिस की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े किए।
पीड़ित परिवार से संवेदना जताई, कलेक्टर और एसपी से की बात
गांव में मृतक के घर पहुंचे पटवारी ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेते हुए मृतक ओंकार अहिरवार के पिता से संवाद किया और उनकी पीड़ा को समझने की कोशिश की। उन्होंने तत्काल कलेक्टर संदीप जी.आर. को फोन लगाया और कहा, कलेक्टर साहब, आप खुद आइए और इनके दर्द को महसूस करिए। पुलिस ने इस परिवार को कई बार पीटा, लेकिन एफआईआर तक दर्ज नहीं की गई।
पटवारी का कहना था कि मृतक के परिजन पिछले कई महीनों से जमीन की पैमाइश को लेकर लगातार पटवारी और तहसीलदार से गुहार लगा रहे थे। उन्होंने 15 बार आवेदन दिए, लेकिन हर बार अनदेखी की गई। यदि समय पर सही तरीके से नपती हो जाती, तो यह दुखद घटना टाली जा सकती थी।
राजस्व और पुलिस विभाग की लापरवाही से गई एक जान
पटवारी ने आरोप लगाया कि राजस्व विभाग बिना लेनदेन के कोई काम नहीं करता। उन्होंने इस हत्या के पीछे प्रशासनिक लापरवाही को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि एक तरफ पुलिस अत्याचार कर रही है, तो दूसरी ओर राजस्व विभाग की उदासीनता ने हालात बिगाड़ दिए। उन्होंने मौके पर ही मृतक के पिता की कलेक्टर से फोन पर बातचीत करवाई और जांच की मांग की।
हत्या की पृष्ठभूमि और वारदात का विवरण
गांव के निवासी मुल्लू अहिरवार और जुगराज यादव के बीच जमीन को लेकर पुराना विवाद चल रहा था। इससे पहले भी दोनों पक्षों में झड़पें हो चुकी थीं। शनिवार सुबह मुल्लू अहिरवार अपने बेटे ओंकार अहिरवार (28) के साथ गांव की ओर जा रहे थे, तभी स्कूल के पास घात लगाए बैठे आरोपियों ने उन पर हमला कर दिया। ओंकार को अकेला पकड़कर धारदार हथियारों से उस पर ताबड़तोड़ वार किए गए। गर्दन और शरीर पर गंभीर चोटें आने के कारण उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया गया। आक्रोशित परिजनों ने घटना के विरोध में रास्ता जाम कर दिया था। अंतिम संस्कार रविवार शाम को गांव में किया गया।
आरोपियों की गिरफ्तारी
पुलिस ने मृतक के परिजनों की शिकायत पर पांच आरोपियों के खिलाफ हत्या सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है। जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें बिदर उर्फ विंद्रावन यादव, जुगराज यादव, बड्डू यादव, उमेश यादव और विशाल यादव शामिल हैं।
यह घटना न सिर्फ एक दर्दनाक हत्या की कहानी है, बल्कि प्रशासनिक उदासीनता और पुलिस की लापरवाही की एक और बानगी भी पेश करती है। अब देखना होगा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की पहल और पीड़ित परिवार की मांगों के बाद प्रशासन दोषियों पर क्या सख्त कदम उठाता है और क्या जमीन विवाद से उपजे इस त्रासदी को न्याय मिल पाता है या नहीं।