सागर। राजीव नगर वार्ड क्रमांक 35 स्थित साई वाटिका कॉलोनी के लोगों का सब्र अब जवाब देने लगा है। पिछले कई सालों से एप्रोच रोड के निर्माण की मांग कर रहे कॉलोनीवासी अब आंदोलन के मूड में आ गए हैं। रविवार को कॉलोनी के रहवासियों ने पत्रकार वार्ता बुलाकर अपनी पीड़ा मीडिया के सामने रखी और साफ कहा कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो 6 जुलाई को भोपाल रोड पर चक्का जाम कर देंगे।
कॉलोनीवासियों का कहना है कि साई वाटिका कॉलोनी का लेआउट नगर निगम ने वर्ष 2005 में ही विधिवत रूप से स्वीकृत कर दिया था। कॉलोनाइजर ने इसी स्वीकृत नक्शे के आधार पर प्लाट बेचे थे। लेआउट में 20 फीट चौड़ा एप्रोच रोड और कॉलोनी के अंदर 25 और 20 फीट चौड़ी सड़कें प्रस्तावित थीं। वर्ष 2009 में कॉलोनी को नगर निगम को हैंडओवर भी कर दिया गया था। इसके बावजूद आज तक मुख्य एप्रोच रोड नहीं बन पाई।
बारिश ने बढ़ाई मुसीबत, कीचड़ से लोग परेशान
रहवासियों का कहना है कि बारिश ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। सड़क के नाम पर जगह-जगह दलदल और गहरे गड्ढे हैं। स्कूली बच्चों से लेकर बुजुर्ग और महिलाएं तक रोजाना परेशान होते हैं। आए दिन लोग फिसलकर गिर रहे हैं। कई बार तो वाहन भी इस दलदल में फंस जाते हैं। ओर फिर निकलना मुश्किल हो जाता है। यहां कई बार दुर्घटना हो चुकी है और कई लोग फिसल कर गिर भी चुके है। जल्द यहां की सड़क सुधार नहीं किया गया तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
नगर निगम पर लगाया लापरवाही का आरोप
कॉलोनी के लोगों का सवाल है कि अगर मुख्य एप्रोच रोड विवादित थी तो नगर निगम ने लेआउट पास ही क्यों किया प्लॉट बंधक रखने के बाद भी कॉलोनाइजर को प्लॉट कैसे सौंप दिए गए इतना ही नहीं कॉलोनी को 2009 में नगर निगम ने अपने अधीन ले लिया लेकिन अब तक मूलभूत सुविधा क्यों नहीं दी गई लोग वर्षों से नगर निगम को टैक्स दे रहे हैं लेकिन बदले में सड़क तक नहीं मिल रही।
साई वाटिका सामाजिक विकास समिति के सचिव राम दुबे ने बताया कि रहवासियों ने अपनी समस्या कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अफसरों को बताई लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। पिछले दिनों नगर निगम आयुक्त, सागर के जनसुनवाई में भी कॉलोनीवासी अपनी समस्या लेकर पहुंचे थे लेकिन वहां भी सिर्फ आश्वासन मिला।
रविवार को तय हुआ अल्टीमेटम
कॉलोनीवासियों ने रविवार शाम को बैठक कर चेतावनी दी कि अगर अब भी नगर निगम ने उनकी बात नहीं सुनी तो वे 6 जुलाई को भोपाल रोड पर चक्का जाम करेंगे। लोगों का कहना है कि उनका संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक एप्रोच रोड का निर्माण शुरू नहीं हो जाता।
अब देखना होगा कि नगर निगम प्रशासन इस चेतावनी को कितनी गंभीरता से लेता है और क्या कॉलोनीवासियों को राहत मिल पाती है या उन्हें चक्का जाम जैसा कदम उठाना पड़ेगा।