सागर। जिले के कैंट थाना पुलिस ने शादी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह की महिला सरगना, जिसने एक युवक से शादी कर नकद और गहने लेकर फरार हो गई थी, को पुलिस ने उसके सहयोगी सहित गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों को रायसेन जिले के सिलवानी क्षेत्र के सियरमऊ गांव से पकड़ा गया है। पुलिस हिरासत में दोनों से गहन पूछताछ की जा रही है, जिसके दौरान उन्होंने शादी के नाम पर ठगी करने की बात स्वीकार कर ली है।
शादी के नाम पर फंसाया युवक, दो दिन बाद दुल्हन हुई गायब
कैंट थाना पुलिस ने बताया कि 13 अक्टूबर को धरमोबाई यादव (60 वर्ष), निवासी 15 मुहाल सदर बाजार सागर, ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके बेटे सुनील की शादी के बाद नई दुल्हन नकद रकम और जेवर लेकर फरार हो गई है। धरमोबाई ने बताया कि उन्होंने अपने रिश्तेदार राजू यादव, निवासी धनुआ मेढ़की, की सलाह पर बेटे के लिए लड़की ढूंढी थी।राजू ने बताया था कि लड़की का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है, इसलिए शादी का पूरा खर्चा लड़के के परिवार को उठाना होगा। इस पर परिवार राजी हो गया और 12 सितंबर को सुनील की शादी भौरासा की रहने वाली आरती यादव नामक युवती से कर दी गई। शादी में लगभग 80 हजार रुपये नकद, सोने और चांदी के जेवर जिनमें हार, करधौनी, पायल और पेंडल शामिल थे शगुन के तौर पर दिए गए थे।लेकिन शादी के दो दिन बाद, यानी 14 सितंबर को, नई दुल्हन आरती अपने “भाई” बताए जाने वाले रामनाथ यादव के साथ घर से गायब हो गई। दोनों अपने साथ शादी में मिले गहने और नकद राशि लेकर भाग निकले।
फर्जी नामों से रची गई ठगी की साजिश
शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने राजू यादव को हिरासत में लिया। पूछताछ में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ। राजू ने बताया कि यह एक संगठित ठगी गिरोह का हिस्सा है, जो शादी का झांसा देकर लोगों से पैसे ऐंठता है।उसने बताया कि इस योजना में उसके साथ लक्ष्मी बंसल और बब्बू बंसल नाम के दो अन्य लोग शामिल थे। लक्ष्मी बंसल ने शादी के समय खुद को “आरती यादव” के नाम से पेश किया था, जबकि बब्बू बंसल ने “रामनाथ यादव” का झूठा नाम अपनाया था। घटना को अंजाम देने के बाद दोनों फरार हो गए थे।
पुलिस ने लोकेशन ट्रेस कर पकड़ा ठग जोड़ा
राजू यादव से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस की टीम ने सिलवानी इलाके की घेराबंदी की और सियरमऊ गांव में छापेमारी की। वहां स्थानीय लोगों को आरोपियों की तस्वीरें दिखाकर पहचान कराई गई। जब उनकी मौजूदगी की पुष्टि हुई, तो बुधवार को पुलिस ने लक्ष्मी बंसल उर्फ आरती यादव (30 वर्ष) और बब्बू बंसल उर्फ रामनाथ यादव (27 वर्ष), दोनों निवासी ग्राम सियरमऊ, को गिरफ्तार कर लिया।कैंट थाना प्रभारी रोहित डोंगरे ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों से अब तक लगभग तीन लाख रुपये मूल्य का सामान जब्त किया गया है, जिसमें सोने और चांदी के आभूषण, मोबाइल फोन और नकद रकम शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि दोनों से आगे भी पूछताछ जारी है, क्योंकि संदिग्ध है कि यह गिरोह अन्य जगहों पर भी ऐसी वारदातों को अंजाम दे चुका है।








