सागर : सागर शहर का एलिवेटेड कॉरिडोर एक बार फिर चर्चा में है लेकिन वजह विकास या सुगम यातायात नहीं, बल्कि आत्महत्या के लगातार बढ़ते मामले हैं। शनिवार रात एक 45 वर्षीय व्यक्ति ने इसी कॉरिडोर से तालाब में छलांग लगाकर जान दे दी।
जानकारी के मुताबिक, पुरव्याऊ क्षेत्र में रहने वाले चंदन सिंह राजपूत (45) ने देर रात चकराघाट की ओर कॉरिडोर से तालाब में कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी जैसे ही स्थानीय लोगों को हुई, उन्होंने तुरंत कोतवाली पुलिस को सूचना दी।
रेस्क्यू कर निकाला शव, पोस्टमार्टम के बाद सौंपा गया परिजनों को
सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस टीम मौके पर पहुंची। बोट क्लब के कर्मचारियों की मदद से तालाब में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। काफी मशक्कत के बाद चंदन को बाहर निकाला गया और जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव का पंचनामा तैयार कर रविवार को पोस्टमार्टम के बाद परिवार को सौंप दिया।
16 दिन में तीसरा मामला, दो साल में छठी मौत
चौंकाने वाली बात यह है कि बीते 16 दिन में कॉरिडोर से तालाब में कूदने की यह तीसरी घटना है। इससे पहले 20 जून को जैसीनगर की एक महिला ने छलांग लगाई थी, लेकिन पानी कम होने से उसकी जान बच गई थी। वहीं 30 जून को एक युवती भी तालाब में कूद गई थी, जिसे बोट क्लब के कर्मचारियों ने बचा लिया था।
अगर पिछले दो सालों का रिकॉर्ड देखा जाए तो इस कॉरिडोर से छलांग लगाकर जान गंवाने वालों की संख्या अब 6 हो चुकी है।
इन पुरानी घटनाओं ने बढ़ाई चिंता
7 जनवरी 2024: बड़ा बाजार क्षेत्र का 20 वर्षीय युवक कॉरिडोर से झील में कूदा, नहीं बचाया जा सका।
26 फरवरी 2024: 22 वर्षीय युवती झील में कूदी, जलकुंभी और कीचड़ के कारण बच गई।
17 अगस्त 2024: गोपालगंज का 15 वर्षीय छात्र झील में कूदा, शव सुबह मिला।
3 अक्टूबर 2024: तिलकगंज निवासी युवक ने स्कूटी कॉरिडोर पर छोड़कर छलांग लगाई, कर्ज से परेशान था।
7 अक्टूबर 2024: रजाखेड़ी निवासी महिला ने घरेलू विवाद के चलते झील में कूदकर जान दे दी।
13 जनवरी 2025: बड़ा बाजार निवासी युवती ने स्कूटी और चप्पल छोड़ कॉरिडोर से छलांग लगाई, शव बाद में झील से बरामद हुआ।
मार्च 2025: 30 वर्षीय महिला ने पारिवारिक झगड़े के चलते छलांग लगाई, समय रहते बचा लिया गया।
16 अप्रैल 2025: एक छात्रा ने परिजनों से विवाद के बाद झील में कूदने की कोशिश की, बच गई।
20 जून 2025: जैसीनगर की महिला ने तालाब में छलांग लगाई, लोगों ने बचा लिया।
सुरक्षा इंतजामों पर सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि एलिवेटेड कॉरिडोर पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। न तो किनारों पर ऊंची जालियां हैं और न ही आत्महत्या रोकने के कोई उपाय किए गए हैं। यही वजह है कि कोई भी आसानी से तालाब में छलांग लगा देता है।
कोतवाली टीआई बोले जांच जारी है
कोतवाली थाना प्रभारी मनीष सिंघल ने बताया कि मृतक की पहचान चंदन सिंह राजपूत के रूप में हुई है। मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। परिजनों से पूछताछ के बाद ही आत्महत्या की वजह साफ हो पाएगी।
जरूरत है ठोस कदम उठाने की
दो साल में छह मौतें और कई नाकाम कोशिशें साफ संकेत हैं कि अब प्रशासन को इस मौत के कॉरिडोर पर ध्यान देना ही होगा। लोग मांग कर रहे हैं कि कॉरिडोर पर सुरक्षा जालियां लगाई जाएं, CCTV निगरानी बढ़ाई जाए और रात में गश्त बढ़ाई जाए, ताकि कोई भी अपनी जिंदगी इतनी आसानी से खत्म न कर सके।