भोपाल में 10 जून को ‘सूर्यमित्र कृषि फीडर योजना शिखर सम्मेलन’, सौर ऊर्जा को मिलेगा नया बढ़ावा
भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार राज्य में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 10 जून को राजधानी भोपाल में ‘सूर्यमित्र कृषि फीडर योजना शिखर सम्मेलन’ का आयोजन करने जा रही है। यह आयोजन कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में किया जाएगा, जहां सौर ऊर्जा परियोजनाओं से जुड़े डेवलपर्स और हितधारकों को तकनीकी जानकारियों के साथ-साथ बोली प्रक्रिया और वित्तीय ढांचे की जानकारी दी जाएगी।
‘वोकल फॉर लोकल’ की सोच को आगे बढ़ाते हुए यह सम्मेलन राज्य को ऊर्जा आत्मनिर्भरता, किसानों के सशक्तीकरण और स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में एक अहम कदम बताया जा रहा है। सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2030 तक प्रदेश में 500 गीगावाट सौर ऊर्जा क्षमता विकसित की जा सके।
सरकारी अधिकारियों के अनुसार, कृषि क्षेत्र को लाभदायक बनाने और सिंचाई के लिए 10 घंटे नियमित बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अब तक प्रदेश में लगभग 8,000 समर्पित कृषि फीडर लगाए जा चुके हैं। अब इन फीडरों पर सौ प्रतिशत लोड क्षमता के अनुरूप सौर ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित की जाएंगी।
इन परियोजनाओं के लिए मध्य प्रदेश ऊर्जा विकास निगम द्वारा डेवलपर्स के चयन के लिए निविदाएं जारी की जा चुकी हैं। परियोजनाओं का संचालन सरकार के साथ 25 वर्षों के बिजली खरीद समझौतों (PPA) के तहत किया जाएगा।
सरकार का मानना है कि सौर ऊर्जा की सफलता का मूल आधार इसकी स्थानीय स्तर पर खपत है। खासतौर पर खेतों के पास सौर प्लांट लगाकर किसानों की सिंचाई संबंधी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने और उनकी आमदनी बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए प्रधानमंत्री कुसुम योजना के अंतर्गत कई कदम उठाए जा रहे हैं।