उपमुख्यमंत्री के पीए से मोबाइल झपटने वाले पकड़े गए,ईरानी गैंग से जुड़े दो नाबालिग गिरफ्तार, लखनऊ में बेच दिया था फोन
भोपाल में उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल के निजी सहायक सुधीर कुमार दुबे से मोबाइल झपटने की वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। टीटीनगर थाना पुलिस ने इस मामले में ईरानी गैंग से जुड़े दो नाबालिग आरोपितों को गिरफ्तार किया है। दोनों किशोर लंबे समय से शहर में सक्रिय थे और झपटमारी की कई घटनाओं में शामिल पाए गए हैं।
सबसे हैरान करने वाली बात यह सामने आई कि घटना के कुछ ही घंटे बाद उन्होंने चोरी किया हुआ स्मार्टफोन लखनऊ के एक अपराधी को बेच दिया था। पुलिस ने तेजी दिखाते हुए फोन को ट्रेन पार्सल के जरिए वापस मंगवा लिया।
तुलसी नगर में टहलते समय हुई घटना
घटना मंगलवार देर रात की है। सुधीर दुबे अपने तुलसी नगर स्थित घर से रोजाना की तरह टहलने निकले थे। जैसे ही वे जेपी अस्पताल के पास पहुंचे, बाइक पर आए दो बदमाशों ने मौका पाकर उनके हाथ से मोबाइल छीन लिया और पलभर में अंधेरे की ओर भाग निकले।
सूचना मिलते ही टीटीनगर पुलिस ने इलाके में नाकेबंदी की, लेकिन बदमाशों का सुराग तुरंत नहीं मिल पाया।
सीसीटीवी और तकनीकी विश्लेषण ने खोला राज
थाना प्रभारी गौरव सिंह के अनुसार, टीम ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और तकनीकी विश्लेषण किया। इसके आधार पर पुलिस को बदमाशों की पहचान के संकेत मिले।
जांच में पुष्टि हुई कि वारदात ईरानी गैंग के दो नाबालिग सदस्यों ने की थी, जो हाल के दिनों में भोपाल में सक्रिय हुए थे। दोनों को हनुमानगंज क्षेत्र से पकड़ा गया।
पूछताछ में नाबालिगों ने अपराध कबूल किया और बताया कि वे मोबाइल झपटते ही उसे लखनऊ में अपने परिचित को बेच देते थे।
मल्टीस्टेट नेटवर्क का खुलासा, फोन पार्सल से मंगवाया
बयान के आधार पर पुलिस ने लखनऊ में संपर्क किया और चोरी किया हुआ स्मार्टफोन बरामद कर लिया। फोन को तुरंत ट्रेन पार्सल के जरिए भोपाल भेजा गया, जहां पुलिस ने उसे कब्जे में ले लिया।
छापेमारी में आरोपितों के पास से 10 से ज्यादा चोरी और झपटमारी के मोबाइल फोन भी मिले हैं। पुलिस अब इनकी मदद से अन्य वारदातों की कड़ी जोड़ने में लगी है।
गैंग का तरीका, महंगे फोन उठाकर सीधे दूसरे राज्य में बिक्री
जांच में यह महत्वपूर्ण बात सामने आई कि गैंग के सदस्य शहरों में महंगे स्मार्टफोन को निशाना बनाते हैं और चोरी के तुरंत बाद उन्हें दूसरे राज्यों में बेच देते हैं। इससे फोन ट्रैक करना मुश्किल हो जाता है और आरोपी आसानी से बच निकलते हैं।
दोनों नाबालिगों को बाल न्यायालय में पेश कर दिया गया है, जबकि पुलिस ईरानी गैंग की शहर में बढ़ती गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रख रही है।








