सागर। जमीन को लेकर चल रहे पुराने विवाद ने एक युवक की जान ले ली। मृतक के परिजन घटना से इतने आक्रोशित थे कि उन्होंने आरोपी पक्ष के मकान तोड़े जाने की मांग पूरी होने तक अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया था। करीब 32 घंटे बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए राज़ी हुए।
घटना रहली थाना क्षेत्र के देवरी चौधरी गांव की है। जहां शनिवार को 28 वर्षीय ओंकार अहिरवार की बेरहमी से हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि ओंकार के परिवार का गांव के ही जुगराज यादव के परिवार से जमीन को लेकर विवाद लंबे समय से चल रहा था। शनिवार सुबह जब ओंकार अपने पिता मुल्लू अहिरवार और अन्य परिजनों के साथ घर लौट रहा था, तभी गांव के स्कूल के पास कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया।
हमलावरों ने ओंकार को पकड़कर उस पर धारदार हथियारों से कई वार किए। हमले में ओंकार को गहरी चोटें आईं जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
हत्या से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने शनिवार को रहली-जबलपुर मुख्य मार्ग पर करीब छह घंटे तक चक्काजाम किया। परिजनों की मांग थी कि जब तक आरोपियों के घर तोड़े नहीं जाते, तब तक वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। आखिरकार 32 घंटे की कड़ी मशक्कत और प्रशासन की समझाइश के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए।
इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों बिदर उर्फ विंद्रावन यादव, जुगराज यादव, बड्डू यादव, उमेश यादव और विशाल यादव के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। रहली एसडीओपी प्रकाश मिश्रा ने जानकारी दी कि पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है। पुलिस का कहना है कि सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रविवार को इस घटना पर सियासत भी गरमा गई। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद और नगीना सांसद ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। जीतू पटवारी ने सागर एसपी से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया वहीं चंद्रशेखर आजाद ने भी प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।