मंडला जिले के नैनपुर नगर में संचालित कंपोजिट शराब दुकान पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। यहां एक वीडियो वायरल होने के बाद खुलासा हुआ कि दुकान से स्कूली छात्राओं को शराब बेची जा रही थी। यह मामला सामने आते ही प्रशासन और आबकारी विभाग में हड़कंप मच गया। शुक्रवार की शाम को ही अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी।
दस्तावेज़ों, स्टॉक और सीसीटीवी फुटेज की हुई जांच
आबकारी विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों ने शराब दुकान के सभी दस्तावेज़ों तथा स्टॉक का बारीकी से परीक्षण किया। साथ ही आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग भी खंगाली गई। जांच के दौरान फुटेज में स्पष्ट रूप से दिखाई दिया कि दुकान संचालक ने स्कूल यूनिफॉर्म पहने छात्राओं को शराब की बोतलें दी थीं, जबकि कानून के अनुसार नाबालिगों को शराब बेचना पूरी तरह प्रतिबंधित है।

आबकारी विभाग ने किया अपराध दर्ज, सुनवाई के लिए भेजा मामला
वीडियो और सीसीटीवी साक्ष्यों के आधार पर आबकारी विभाग ने इस घटना को गंभीर अपराध मानते हुए आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया। विभाग ने पूरा प्रकरण तैयार कर जिला कलेक्टर की न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि यदि ठेकेदार पर दोष सिद्ध होता है, तो उसके खिलाफ दो लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
अधिकारी बोले स्कूली छात्रा को शराब बिक्री की पुष्टि हुई
जिला आबकारी अधिकारी ने पुष्टि की है कि जांच के दौरान नैनपुर स्थित कंपोजिट शराब दुकान से स्कूली छात्रा को शराब बेचे जाने का प्रमाण मिला है। उन्होंने बताया कि यह न केवल नियमों का उल्लंघन है बल्कि सामाजिक दृष्टि से अत्यंत गंभीर मामला है, जिस पर कठोर कार्रवाई जरूरी है। अधिकारियों ने यह भी संकेत दिया कि दुकान संचालक की जिम्मेदारी तय करते हुए भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
स्थानीय स्तर पर बढ़ी नाराजगी
घटना के बाद नैनपुर में स्थानीय नागरिकों और अभिभावकों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। लोग मांग कर रहे हैं कि संबंधित ठेकेदार का लाइसेंस निरस्त किया जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त दंड दिया जाए ताकि भविष्य में नाबालिगों तक शराब की पहुंच न हो सके।








