26 दिसंबर से रेल सफर होगा महंगा, लंबी दूरी के यात्रियों पर पड़ेगा सीधा असर
भारतीय रेलवे ने यात्री किराए में वृद्धि का फैसला लिया है, जो 26 दिसंबर 2025 से लागू होगी। नई दरों के तहत यात्रियों से प्रति किलोमीटर अधिक किराया लिया जाएगा। इस संशोधन में 5 प्रतिशत जीएसटी और राउंड-ऑफ की राशि भी शामिल की गई है। इसका प्रभाव भोपाल से देश के प्रमुख शहरों की यात्रा करने वाले यात्रियों पर साफ तौर पर दिखेगा।
भोपाल से नई दिल्ली की यात्रा करने पर अब यात्रियों को लगभग 15 रुपये ज्यादा देने होंगे। मुंबई (CSMT) तक सफर करने वालों के किराए में करीब 18 रुपये की बढ़ोतरी होगी। पुणे जाने पर लगभग 19 रुपये, नागपुर के लिए 8 रुपये, जबकि इंदौर और जबलपुर के लिए करीब 6-6 रुपये अतिरिक्त चुकाने पड़ेंगे। लखनऊ की यात्रा पर किराया लगभग 12 रुपये बढ़ जाएगा।
दक्षिण भारत की यात्राएं होंगी ज्यादा महंगी
दक्षिण भारत के शहरों के लिए सफर करने वाले यात्रियों पर किराया वृद्धि का असर ज्यादा पड़ेगा। बेंगलुरु जाने पर लगभग 30 रुपये, चेन्नई के लिए करीब 31 रुपये और हैदराबाद की यात्रा पर लगभग 20 रुपये अतिरिक्त देने होंगे। अहमदाबाद और जयपुर के लिए किराया करीब 13-13 रुपये बढ़ेगा। कोलकाता की यात्रा पर यह बढ़ोतरी लगभग 29 रुपये और वैष्णो देवी जाने वाले यात्रियों के लिए करीब 28 रुपये तक हो सकती है।
लोकल ट्रेन और एमएसटी पर राहत
रेलवे की ओर से जारी जानकारी के अनुसार, लोकल ट्रेनों और मासिक सीजन टिकट की दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यानी रोजाना सफर करने वाले यात्रियों को इस बढ़ोतरी से राहत मिलेगी।
लंबी दूरी के सफर पर ज्यादा असर
26 दिसंबर से लागू होने वाली नई दरों का असर खासतौर पर लंबी दूरी की यात्राओं पर पड़ेगा। साधारण श्रेणी में 215 किलोमीटर तक की यात्रा पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। हालांकि, इससे अधिक दूरी के लिए प्रति किलोमीटर 1 पैसा ज्यादा देना होगा। मेल-एक्सप्रेस और एसी श्रेणी की ट्रेनों में यह बढ़ोतरी प्रति किलोमीटर 2 पैसे होगी।
इसका अर्थ यह है कि 500 किलोमीटर की नॉन-एसी यात्रा करने वाले यात्रियों को करीब 10 रुपये अतिरिक्त खर्च करने होंगे।

रेलवे को मिलेगा 600 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व
रेलवे का अनुमान है कि इस किराया संशोधन से लगभग 600 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा। अधिकारियों के मुताबिक, इस अतिरिक्त आय का उपयोग परिचालन और रखरखाव से जुड़े खर्चों को संतुलित करने में किया जाएगा। इसमें स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में सुधार, कोचों के रखरखाव और सुरक्षा व्यवस्थाओं को मजबूत करना शामिल है।
पिछले कुछ वर्षों में रेलवे नेटवर्क का विस्तार हुआ है और दूरदराज के क्षेत्रों तक कनेक्टिविटी बढ़ी है। इसके चलते खर्चों में भी वृद्धि हुई है, जिसे देखते हुए किराए में यह संशोधन किया गया








