होम देश / विदेश मध्यप्रदेश राजनीति धर्म/अध्यात्म ऑटोमोबाइल सरकारी योजना खेल समाचार
By
On:

Yogesh Dutt Tiwari

Published on:

IPL 2025: वेंकटेश अय्यर पर करोड़ों खर्च केकेआर को पड़ा भारी, RCB कोच ने फिर भी जताया भरोसा

IPL 2025: वेंकटेश अय्यर पर ...

[post_dates]

संपादक

Published on:

[featured_caption]

IPL 2025: वेंकटेश अय्यर पर करोड़ों खर्च केकेआर को पड़ा भारी, RCB कोच ने फिर भी जताया भरोसा

नई दिल्ली। आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन में वेंकटेश अय्यर को लेकर जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला था। कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) दोनों ही उन्हें अपनी टीम में शामिल करना चाहते थे। आखिरकार केकेआर ने भारी भरकम 23 करोड़ 75 लाख रुपये खर्च कर वेंकटेश को अपनी टीम में शामिल कर लिया। लेकिन सीजन खत्म होने के बाद अब सवाल उठ रहे हैं – क्या ये निवेश सही था?

वेंकटेश अय्यर पूरे सीजन में बुरी तरह फ्लॉप रहे। उन्होंने 11 मैचों में महज 142 रन बनाए और टीम को कोई खास योगदान नहीं दे सके। दूसरी ओर, RCB ने उसी बजट में जोश हेजलवुड और फिल साल्ट जैसे मैच विनर खिलाड़ियों को खरीदा, जिनके प्रदर्शन ने बेंगलुरु को पहली बार आईपीएल चैंपियन बना दिया।

इसके बावजूद, आरसीबी के कोच एंडी फ्लावर का मानना है कि वेंकटेश अय्यर में दम है और अगर वह बेंगलुरु के लिए खेले होते तो नतीजा अलग हो सकता था। ESPNcricinfo से बातचीत में एंडी फ्लावर ने कहा:

 “हम वेंकी को लेकर बेहद उत्साहित थे। हम टीम में एक मजबूत भारतीय कोर बनाना चाहते थे और टॉप ऑर्डर में एक बाएं हाथ का बल्लेबाज़ हमारी योजना का हिस्सा था। हमें यकीन था कि अगर वह हमारे लिए खेलते, तो उनके आंकड़े कुछ और होते।”

कोच का यह बयान ऐसे समय आया है जब वेंकटेश के प्रदर्शन को लेकर सोशल मीडिया पर आलोचना हो रही है और चर्चा है कि केकेआर उन्हें अगले सीजन से पहले रिलीज कर सकती है।

अब देखना यह होगा कि केकेआर वेंकटेश को टीम में बनाए रखती है या उन्हें दोबारा ऑक्शन में उतारा जाता है। इतना तय है कि अगले सीजन में वेंकटेश अय्यर पर दबाव ज्यादा होगा और उन्हें खुद को साबित करना ही होगा।

Loading

Join our WhatsApp Group
संपादक

हमारे बारे में योगेश दत्त तिवारी पिछले 20 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं और मीडिया की दुनिया में एक विश्वसनीय और सशक्त आवाज के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। अपने समर्पण, निष्पक्षता और जनहित के प्रति प्रतिबद्धता के चलते उन्होंने पत्रकारिता में एक मजबूत स्थान बनाया है। पिछले 15 वर्षों से वे प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्र 'देशबंधु' में संपादक के रूप में कार्यरत हैं। इस भूमिका में रहते हुए उन्होंने समाज के ज्वलंत मुद्दों को प्रमुखता से उठाया है और पत्रकारिता के उच्चतम मानकों को बनाए रखा है। उनकी लेखनी न सिर्फ तथ्यपरक होती है, बल्कि सामाजिक चेतना को भी जागृत करती है। योगेश दत्त तिवारी का उद्देश्य सच्ची, निष्पक्ष और जनहितकारी पत्रकारिता को बढ़ावा देना है। उन्होंने हमेशा युवाओं को जिम्मेदार पत्रकारिता के लिए प्रेरित किया है और पत्रकारिता को सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि समाज सेवा का माध्यम माना है। उनकी संपादकीय दृष्टि, विश्लेषणात्मक क्षमता और निर्भीक पत्रकारिता समाज के लिए प्रेरणास्रोत रही है।
संपादक