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PM MODI : नवरात्रि से पहले प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र को संबोधन: जीएसटी 2.0, स्वदेशी अभियान और ‘डबल तोहफा’ का ऐलान

PM MODI : नवरात्रि की ...

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PM MODI : नवरात्रि की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया, जिसे बेहद अहम माना जा रहा है। यह संबोधन न केवल त्यौहार से ठीक पहले आया, बल्कि इसके साथ ही देश में कल से लागू होने जा रहे GST 2.0 (नया जीएसटी सिस्टम) की घोषणा को भी जोड़ा जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जीएसटी दरों में कटौती का लाभ हर वर्ग तक पहुंचेगा चाहे वह व्यापारी हो, गरीब हो या फिर मध्यम वर्ग।

स्वदेशी अपनाने की अपील: “हर दुकान को स्वदेशी से सजाना है”

प्रधानमंत्री मोदी ने आत्मनिर्भर भारत पर जोर देते हुए लोगों से स्वदेशी उत्पाद अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा— “हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में कई सारी विदेशी चीजें जुड़ गई हैं, हमें इनसे मुक्‍त‍ि पानी होगी। हम वो सामान खरीदें जो स्‍वदेशी है। मेड इन इंडिया हो। ज‍िसे बनाने में हमारे अपने लोगों का पसीना लगा हो। हर दुकान को स्‍वदेशी से सजाना है। गर्व से कहो ये स्‍वदेशी हो, गर्व से कहो मैं स्‍वदेशी हो। ये हर भारतीय का मिजाज बनना चाह‍िए। जब ये होगा, तभी भारत तेजी से विकस‍ित बनेगा।”प्रधानमंत्री ने साफ कहा कि देश को सशक्त बनाने के लिए ‘स्वदेशी मंत्र’ को अपनाना अनिवार्य है और यही भारत को वैश्विक शक्ति बनाएगा।

GST 2.0: कर सुधार से हर वर्ग को राहत

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में स्पष्ट किया कि जीएसटी लागू होने से पहले देश में करों का जटिल ढांचा आम नागरिकों और व्यापारियों दोनों के लिए परेशानी का कारण था।
“GST लागू होने से पहले लाखों कंपनियों और देश के करोड़ों लोगों को विभिन्न करों के जटिल जाल से काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था… यह लागत ग्राहकों से वसूली जाती थी। देश को इस स्थिति से बाहर निकालना अत्यंत आवश्यक था।”

उन्होंने आगे कहा कि जब 2014 में जनता ने उन्हें सेवा का अवसर दिया, तो जीएसटी सुधार को प्राथमिकता बनाकर हर राज्य और हितधारक से चर्चा की गई। इसका नतीजा है कि आज भारत में दर्जनों टैक्स की जगह एक सरल प्रणाली लागू हो सकी।

बचत और विकास की नई उम्मीद

मोदी ने अपने संबोधन में यह भी कहा—
“GST रिफॉर्म्स से आपकी बचत बढ़ेगी और आप अपनी पसंद की चीजें खरीद पाएंगे। समाज के हर वर्ग को इससे लाभ होगा। यह निर्णय आत्मनिर्भर भारत के परिप्रेक्ष्य में एक बड़ा कदम है। ये सुधार भारत की विकास यात्रा को गति देंगे, कारोबार को आसान बनाएंगे और निवेश को आकर्षक बनाएंगे। हर राज्य विकास की दौड़ में समान भागीदार बनेगा।”

इस दौरान उन्होंने यह भी याद दिलाया कि कैसे पहले व्यापारी अलग-अलग टैक्स और फॉर्म भरने में उलझे रहते थे। बेंगलुरु से हैदराबाद तक सामान भेजना इतना जटिल था कि कभी-कभी यूरोप भेजकर वापस भारत लाना आसान पड़ता था।

विपक्ष के सवाल और सस्पेंस

प्रधानमंत्री के भाषण से पहले कांग्रेस ने एक्स (Twitter) पर सवाल उठाए कि क्या मोदी सरकार अमेरिकी टैरिफ, H-1B वीज़ा और किसानों-मजदूरों की चिंताओं पर भी जवाब देगी, या केवल जीएसटी दरों की ही चर्चा होगी। वहीं, जनता के बीच भी यह उत्सुकता बनी रही कि प्रधानमंत्री कोई बड़ा सरप्राइज देंगे या नहीं।

देशभर में अभियान की तैयारी

दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन (CTI) ने 22 सितंबर से राजधानी के 100 से ज्यादा बाजारों में अभियान चलाने की घोषणा की है, ताकि लोगों को जीएसटी कटौती से मिलने वाले फायदे बताए जा सकें। पोस्टरों और जनसंपर्क कार्यक्रमों के जरिए आम जनता और व्यापारियों को जोड़ा जाएगा।
इसी तरह, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने 22 से 29 सितंबर तक “जीएसटी बचत उत्सव” मनाने का ऐलान किया है। इस दौरान सांसद और कार्यकर्ता दुकानदारों से मिलेंगे, पोस्टर लगाएंगे और ‘गर्व से कहो, हम स्वदेशी हैं’ का नारा देंगे।

विशेषज्ञ और राज्यों की प्रतिक्रिया

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसे क्रांतिकारी निर्णय बताते हुए कहा कि आम जनता और मध्यमवर्ग दोनों को सीधा लाभ मिलेगा। वहीं, प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य प्रोफेसर गौरव वल्लभ का कहना है कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच यह सुधार समय की मांग है और इससे उद्योगों को राहत मिलेगी।

अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर

हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-जून 2025 की तिमाही में भारत की GDP वृद्धि दर 7.8% रही, जो अनुमानों से बेहतर है। विशेषज्ञों का मानना है कि GST 2.0 जैसे कदम निवेश, रोजगार और उपभोग को बढ़ावा देंगे और भारत को दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में बनाए रखेंगे।

नया GST स्ट्रक्चर: क्या बदलेगा ?

56वीं GST काउंसिल मीटिंग में 12% और 28% टैक्स स्लैब हटा दिए गए हैं। अब केवल दो प्रमुख स्लैब रह गए हैं—5% आवश्यक वस्तुओं पर और 18% बाकी सामानों पर।

दूध, पनीर, ब्रेड जैसे रोजमर्रा के सामान पर जीएसटी शून्य कर दिया गया है।

साबुन, दवाइयां, पैकेज्ड फूड और छोटे वाहनों पर टैक्स में बड़ी कटौती हुई है।

होटल, ट्रांसपोर्ट और हेल्थ इंश्योरेंस सेवाओं में भी राहत दी गई है।

प्रधानमंत्री मोदी ने इसे “वन नेशन, वन टैक्स का अगला कदम” बताया और कहा कि यह त्योहारी सीजन से पहले जनता के लिए डबल तोहफा है।

कुल मिलाकर, प्रधानमंत्री मोदी का यह 17 मिनट का संबोधन न केवल GST 2.0 पर केंद्रित रहा, बल्कि आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी अपनाने की दिशा में भी एक मजबूत संदेश लेकर आया।

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मैं सूरज सेन पिछले 6 साल से पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूं और मैने अलग अलग न्यूज चैनल,ओर न्यूज पोर्टल में काम किया है। खबरों को सही और सरल शब्दों में आपसे साझा करना मेरी विशेषता है।
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