Sagar News: गौरझामर। देश में जय जवान, जय किसान का नारा अब लूटो किसान, बनो धनवान में बदलता नजर आ रहा है। कृषि पर आधारित भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लाख दावे तो होते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। किसानों की आर्थिक स्थिति जस की तस बनी हुई है। कर्ज, नुकसान और अफसरशाही की मार झेलता किसान आज भी दो वक्त की रोटी के लिये जूझ रहा है।
देवरी विधानसभा क्षेत्र के देवरी, केसली, गौरझामर और महाराजपुर क्षेत्रों में खरीफ सीजन में मक्का की खेती का रकबा लगातार बढ़ रहा है। इसका फायदा उठाकर बीज कंपनियों ने नकली बीज की आपूर्ति तेज कर दी है। कई किसानों ने बताया कि खराब बीज के कारण उन्हें दो-दो बार बोवनी करनी पड़ी, जिससे लागत बढ़ी और उत्पादन घटा। कई किसानों को तो बीज खरीदने के लिये जेवर या जमीन तक गिरवी रखनी पड़ी। जब नुकसान होता है, तो न तो कोई सुनवाई होती है और न ही कोई मुआवजा। शिकायत करने पर किसान को दफ्तर-दफ्तर भटकना पड़ता है। ग्रामीण क्षेत्रों के कम पढ़े लिखे किसान आधुनिक जानकारी के अभाव में नकली खाद, बीज और दवाओं के झांसे में आ जाते हैं। असली कीमत देकर उन्हें नकली माल थमाया जाता है, जिससे फसलें तो प्रभावित होती ही हैं, साथ ही भूमि की उर्वरता भी घट रही है। सूत्रों के अनुसार कई दुकानों के पास लाइसेंस ही नहीं हैं, बावजूद इसके वे खुलेआम नकली बीज बेच रहे हैं। कई व्यापारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कुछ दुकानें केवल दवा बेचने का लाइसेंस रखती हैं, लेकिन वहां मक्का, सोयाबीन, धान आदि के बीज भी बेचे जा रहे हैं वो भी बिना किसी वैध कागजात के।
सरकार को करोड़ों का नुकसान, बिना जीएसटी के हो रहा व्यापार बिना जीएसटी बिल के माल की बिक्री से शासन को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। जिंक, पोटाश, सल्फर और एनपीके जैसी सामग्री कीटनाशक दवा के लाइसेंस पर बेची जा रही है, जो नियमों के खिलाफ है। कृषि विभाग के अधिकारी इस अवैध व्यापार में या तो आंख मूंदे बैठे हैं या खुद इसकी साझेदारी में शामिल हैं। किसानों की शिकायतों पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। बीते वर्षों में दर्जनों शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। सिर्फ पत्राचार कर मामले को रफा-दफा कर दिया जाता है।
केसली में पकड़ा गया भारी मात्रा में नकली मक्का बीज बीते मंगलवार को कृषि विभाग की टीम ने केसली चौराहे के पास एक मकान में छापा मारकर नकली मक्का बीज की भारी खेप बरामद की। राजस्थान से आये लोग बिना किसी लाइसेंस के गांव-गांव जाकर नकली बीज उधारी में बेच रहे थे। एक मालवाहक वाहन भी जप्त कर गौरझामर थाने को सुपुर्द किया गया। गौरझामर बस स्टैंड, बुधवारा बाजार, सागर रोड सहित कई स्थानों पर बिना लाइसेंस के बीज की बिक्री जारी है। इन दुकानों को अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त होने का संदेह जताया जा रहा है। खरीफ सीजन नजदीक है लेकिन न तो किसी दुकान से नमूने लिये गये और न ही कोई बड़ी कार्यवाही हुई है।
सरकार से सख्त कार्यवाही की मांग
किसानों का कहना है कि यदि सरकार सख्ती दिखाये और जवाबदेही तय करे, तो इस काले कारोबार पर रोक लगाई जा सकती है। जरूरत है ऐसे व्यापारियों पर कार्यवाही की, जो भोले-भाले किसानों की मेहनत और सपनों का सौदा कर रहे हैं।
सीताराम लोधी की रिपोर्ट