सागर शहर की इस कॉलोनी के रहवासी 111 बार ज्ञापन दे चुके पता किस मांग के लिए सड़क के लिए इनको फिर भी सड़क न मिल सकी अब रहवासियों की सब्र का बांध टूट गया ओर वह सड़क पर उतर आए महिला,पुरुष,बच्चे बूढ़े सभी नारे लगाते नजर आए फिर……..
पूरा मामला…..
सागर शहर की साई वाटिका कॉलोनी के लोगों ने आखिरकार वो कर दिखाया जो बरसों से अधूरी पड़ी सड़क को आवाज़ दिलाने के लिए जरूरी था। सालों से एप्रोच रोड के लिए 111 बार ज्ञापन देकर थक चुके कॉलोनीवासी रविवार को सड़कों पर उतर आए और भोपाल रोड पर ढाई घंटे का चक्का जाम कर दिया।
रविवार सुबह 11 बजे सैकड़ों की संख्या में महिलाएं पुरुष और बच्चे सड़क पर उतर आए। लोग अपने छोटे बच्चों के साथ सड़क पर बैठ गए और प्रशासन व नगर निगम के खिलाफ जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। देखते ही देखते सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और पूरा ट्रैफिक ठप हो गया।
2005 में पास हुआ लेआउट 2009 में नगर निगम को हैंडओवर फिर भी सड़क नहीं !
रहवासियों का दर्द ये है कि जिस कॉलोनी का लेआउट नगर निगम ने 2005 में ही पास कर दिया था, उसे 2009 में निगम ने अधिग्रहण भी कर लिया लेकिन आज तक उस कॉलोनी को मुख्य एप्रोच रोड तक नसीब नहीं हुई।
लोगों का कहना है कि कॉलोनाइजर ने प्लॉट बेच दिए निगम ने टैक्स ले लिया लेकिन सड़क देने की जिम्मेदारी निभाना भूल गया। बारिश के मौसम में हालात और बदतर हो जाते हैं। जगह-जगह दलदल, गहरे गड्ढे फिसलन और कीचड़ में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक रोज गिरते-पड़ते स्कूल, अस्पताल और बाजार जाने को मजबूर हैं। कई बार तो वाहन तक दलदल में फंस जाते हैं।
कॉलोनीवासियों ने प्रशासन को दी थी चेतावनी
बीते हफ्ते साई वाटिका सामाजिक विकास समिति के सचिव राम दुबे ने साफ कह दिया था कि अगर अब भी प्रशासन नहीं जागा तो 6 जुलाई को चक्का जाम होगा। रहवासियों ने पत्रकार वार्ता कर चेतावनी दी थी कि जब तक सड़क नहीं बनेगी आंदोलन रुकने वाला नहीं।
आयुक्त ने दिया आश्वासन
सुबह से शुरू हुआ चक्का जाम बढ़ता देख मोतीनगर पुलिस और नगर निगम अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन कॉलोनीवासी नहीं माने। आखिरकार नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री और सिटी मजिस्ट्रेट जूही गर्ग को मौके पर पहुंचना पड़ा।
आयुक्त ने लोगों को समझाया कि रोड निर्माण में निगम की तरफ से कोई दिक्कत नहीं है। बस एक प्राइवेट जमीन मालिक ने आपत्ति लगाई थी जिसकी वजह से काम अटका था। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द सीमांकन कराकर विवाद सुलझाया जाएगा और 40 दिनों के भीतर टेंडर प्रक्रिया पूरी कर सड़क बनाना शुरू कर दिया जाएगा।
इतना ही नहीं कॉलोनीवासियों को तत्काल राहत देने के लिए नगर निगम की टीम ने मौके पर ही आदेश दिए। दोपहर 3:30 बजे से डम्परों से गिट्टी पहुंचाकर रोड के बड़े-बड़े गड्ढे भरवाए गए ताकि बरसात में लोगों को कीचड़ से राहत मिल सके।
अगर अब भी वादा टूटा तो फिर सड़क पर उतरेंगे कॉलोनीवासी
कॉलोनी के लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर यह आश्वासन भी खोखला निकला तो वे फिर से आंदोलन करेंगे। रहवासियों का कहना है कि अब सिर्फ सड़क ही नहीं, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से जवाबदेही भी चाहते हैं आखिर इतने सालों से टैक्स देने के बावजूद सड़क क्यों नहीं बनी ?
अब देखना होगा कि निगम का भरोसा कब हकीकत में बदलेगा या फिर साई वाटिका के लोग एक बार फिर सड़क पर उतरेंगे।