सागर : रहली थाना क्षेत्र के देवरी चौधरी गांव में शनिवार को जमीन के पुराने विवाद ने एक युवक की जान ले ली। गांव के कुछ लोगों ने रास्ते में रोककर युवक पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। हमलावर उसे तब तक मारते रहे, जब तक उसकी सांसें नहीं थम गईं।
जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा बनाया और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया।

पोस्टमार्टम के बाद मृतक के परिवार और गांव के लोग गुस्से में आ गए। उन्होंने शव को रहली-जबलपुर रोड पर रखकर चक्काजाम कर दिया। ग्रामीण आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी और उनके मकान गिराने की मांग कर रहे थे।
मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की। अधिकारियों ने कार्रवाई का भरोसा दिया, तब जाकर लोग शांत हुए। पुलिस ने इस घटना में मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश के लिए टीम लगाई गई है।
जमीन के विवाद से जुड़ा था मामला
गांव देवरी चौधरी में मुल्लू अहिरवार और युवराज यादव के परिवार के बीच काफी समय से जमीन का झगड़ा चल रहा था। बताया जा रहा है कि पहले भी इसी विवाद को लेकर दोनों पक्षों में झगड़ा हो चुका है। शनिवार को मुल्लू अहिरवार अपने बेटे ओंकार अहिरवार (28) और कुछ लोगों के साथ गांव जा रहे थे। रास्ते में स्कूल के पास युवराज यादव, बिंदर, बड़डू, विशाल, चंद्र और कुछ अन्य लोगों ने उन्हें रोक लिया।
आरोपियों ने ओंकार को पकड़कर उस पर कुल्हाड़ी और अन्य धारदार हथियारों से हमला कर दिया। ओंकार के गले और शरीर के कई हिस्सों पर गंभीर चोटें आईं। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल ओंकार को अस्पताल भिजवाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
ओंकार के पिता मुल्लू अहिरवार का कहना है कि वे अपने बेटे के साथ गांव जा रहे थे। रास्ते में आरोपियों ने अचानक हमला कर दिया। हमलावरों ने पहले हमें पीटना शुरू किया, तो हम किसी तरह भाग निकले। लेकिन उन्होंने मेरे बेटे ओंकार को पकड़ लिया और उसे बेरहमी से मार डाला। उन्होंने बताया कि कई दिनों से जमीन का विवाद चल रहा था और आरोपी अक्सर रास्ता रोकते थे। हत्या से गुस्साए ग्रामीणों ने शव रखकर सड़क जाम कर दी। वे आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने और उनके मकान तोड़ने की मांग कर रहे थे। मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने लोगों को कार्रवाई का आश्वासन देकर किसी तरह शांत कराया।इसी दौरान रहली विधायक और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव के बेटे अभिषेक भार्गव भी वहां पहुंचे। उन्होंने मृतक के परिवार से मुलाकात कर सांत्वना दी और एक लाख रुपए की आर्थिक मदद देने की बात कही। साथ ही आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भरोसा भी दिलाया। इसके बाद परिवार और ग्रामीणों ने जाम हटा दिया और शव लेकर अपने गांव रवाना हो गए।
पुलिस जुटी जांच में
रहली पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाई गई हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।