बीना। शुक्रवार सुबह हिंगटी रोड पर उस समय बड़ा हादसा टल गया जब रिफाइनरी स्कूल के बच्चों को ले जा रही एक स्कूल वैन सड़क पर बने गहरे गड्ढों में फंसकर पलटने की स्थिति में पहुंच गई। मौके पर ड्राइवर की सतर्कता और समझदारी ने बच्चों की जान बचा ली।
वैन पलटने से पहले ही रोक दी गई
जानकारी के अनुसार, वाहन क्रमांक एमपी 04 जेडब्ल्यू 5189 स्कूल के लिए बच्चों को लेकर जा रहा था। रास्ते में जैसे ही वैन हिंगटी रोड के गहरे गड्ढों से होकर गुज़री, अचानक संतुलन बिगड़ गया और वैन झुकने लगी। ड्राइवर ने तुरंत गाड़ी को रोक लिया और बिना देर किए सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से वाहन को धक्का देकर सड़क से हटाया गया।
स्थानीयों ने जताई नाराजगी, बताया ‘जानलेवा सड़क’
घटना के बाद ग्रामीणों में सड़क की खराब हालत को लेकर भारी आक्रोश देखने को मिला। गांव के निवासी अभिषेक राय ने बताया कि बीना से हिंगटी तक लगभग चार किलोमीटर का रास्ता पूरी तरह जर्जर हो चुका है। लगातार भारी वाहनों की आवाजाही और हालिया बारिश के कारण सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। उनका कहना है कि यह मार्ग अब बच्चों और आम लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा बन गया है।
अभिषेक ने बताया, हर दिन इस रास्ते से बच्चों को स्कूल ले जाना किसी जोखिम से कम नहीं है। प्रशासन को जल्द कार्रवाई करनी चाहिए, वरना किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।
प्रशासन ने दिया आश्वासन, जल्द शुरू होगा मरम्मत कार्य
सड़क की स्थिति को लेकर ग्रामीणों की शिकायतों के बाद प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के उप इंजीनियर सौरभ बिलगैया ने जानकारी दी कि इस सड़क के सुधार कार्य के लिए स्वीकृति मिल चुकी है। उन्होंने कहा, “मरम्मत कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा ताकि लोगों को राहत मिल सके और आवागमन सुरक्षित हो।”
खराब सड़कों से बढ़ रहा खतरा
स्थानीय लोगों का कहना है कि हिंगटी रोड की हालत लंबे समय से खराब है, लेकिन जिम्मेदार विभागों की अनदेखी के कारण समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। यह सड़क बीना और आसपास के कई गांवों को जोड़ती है, जिससे रोजाना सैकड़ों लोग गुजरते हैं। अब यह मार्ग गड्ढों में तब्दील हो चुका है, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका हर समय बनी रहती है।
ड्राइवर की त्वरित प्रतिक्रिया ने आज एक बड़ा हादसा टाल दिया, लेकिन यह घटना प्रशासन के लिए चेतावनी है कि सड़कों की बदहाल हालत पर तुरंत ध्यान दिया जाए। अन्यथा किसी दिन यह लापरवाही बच्चों की जान पर भारी पड़ सकती है।
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