सागर। सागर संभाग के कमिश्नर अनिल सुचारी ने सोमवार को दो अलग-अलग मामलों में गंभीर लापरवाही और अनियमितताओं के आरोपों के चलते दो प्रभारी प्राचार्यों को निलंबित कर दिया। एक मामला छतरपुर जिले से जुड़ा है, जहां राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस पर बच्चों को मिष्ठान वितरण न करने और मध्याह्न भोजन में अनियमितताएं पाए जाने पर कार्रवाई की गई, जबकि दूसरा मामला सागर जिले का है, जिसमें नियम विरुद्ध भुगतान और वसूली राशि जमा न करने पर शिक्षिका को सस्पेंड किया गया है।
स्वतंत्रता दिवस पर बच्चों को मिठाई न देने और मिड-डे मील में लापरवाही ,छतरपुर के प्रभारी प्राचार्य सस्पेंड
कलेक्टर छतरपुर की रिपोर्ट के आधार पर, कमिश्नर अनिल सुचारी ने प्यारेलाल अहिरवार, प्रभारी प्राचार्य, शासकीय हाई स्कूल सोरखी (विकासखंड बड़ा मलहरा, जिला छतरपुर) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
जांच में पाया गया कि 15 अगस्त 2025 को विद्यालय में राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बच्चों को मिष्ठान वितरण नहीं किया गया। इसके साथ ही विद्यालय परिसर गंदा मिला, शौचालयों की स्थिति अत्यंत खराब थी, और मध्याह्न भोजन मीनू के अनुसार नहीं दिया जा रहा था — बच्चों को केवल दाल-चावल ही परोसा गया।
जांच प्रतिवेदन में यह भी उल्लेख है कि विद्यालय में छात्र संख्या बहुत कम थी और प्राचार्य का स्टाफ के साथ तालमेल नहीं था। पेयजल व्यवस्था भी नदारद थी। इन सभी कारणों से कमिश्नर ने प्यारेलाल अहिरवार को उनके पद से निलंबित कर दिया।
नियम विरुद्ध भुगतान और वसूली राशि न लौटाने पर शिक्षिका निलंबित — सागर जिले में कार्रवाई
दूसरी कार्रवाई सागर जिले में की गई, जहाँ कमिश्नर अनिल सुचारी ने श्रीमती सीमा कौशल, उच्च माध्यमिक शिक्षक (तत्कालीन प्रभारी प्राचार्य), शासकीय उ.मा.वि. मंडी बामोरा, विकासखंड बीना को निलंबित किया है।
संयुक्त संचालक लोक शिक्षण सागर संभाग से प्राप्त जांच रिपोर्ट के अनुसार, श्रीमती सीमा कौशल के कार्यकाल में संस्था की स्थानीय निधियों के ऑडिट में अनियमित भुगतान और वित्तीय गड़बड़ियां पाई गईं।
ऑडिट रिपोर्ट के बाद उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया, लेकिन उत्तर संतोषजनक नहीं पाया गया। इसके बाद ₹40,900 की वसूली के निर्देश दिए गए, किंतु संबंधित शिक्षिका ने राशि जमा नहीं की।
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि वे प्राचार्य के आदेशों का पालन नहीं करतीं, और विद्यालय में अनुशासनहीनता का माहौल बनाती हैं, जिससे छात्रों की पढ़ाई पर भी असर पड़ा।
इन आरोपों को गंभीर मानते हुए संभाग कमिश्नर ने सीमा कौशल को अनुशासनहीनता और स्वेच्छाचारिता के चलते निलंबित करने का आदेश जारी किया।
कड़ी चेतावनी और सख्त रुख
शिक्षा विभाग सूत्रों के अनुसार, कमिश्नर सुचारी ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि विद्यालयों में अनुशासन, स्वच्छता और वित्तीय पारदर्शिता से किसी भी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
विभागीय जांच में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ इसी तरह कठोर कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि शिक्षण संस्थानों की कार्यप्रणाली पारदर्शी और जवाबदेह बनी रहे।








