बैतूल, मध्य प्रदेश। एक दिल दहला देने वाली घटना में बैतूल जिले के ग्राम मदनी में आईआईटी मुंबई से पढ़े एक 26 वर्षीय युवक ने अपनी ही मां की धारदार हथियार से हत्या कर दी। मानसिक रूप से अस्थिर बताए जा रहे युवक को पुलिस ने वारदात के दो दिन बाद गिरफ्तार कर लिया। इस घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है।
गुस्से में आया बेटा बना हत्यारा
जानकारी के अनुसार, नौ अक्टूबर को ग्राम मदनी निवासी शिक्षक संतोष झरबड़े की पत्नी इमला बाई (56) पर उनके बेटे नितेश झरबड़े ने गुस्से में आकर हमला कर दिया। नितेश ने धारदार हथियार से मां के गले और चेहरे पर वार किए, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गईं। परिवार ने उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोला हत्या का राज
शुरुआती जांच में यह मामला एक दुर्घटना जैसा लग रहा था, लेकिन जब पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट मंगवाई तो सच्चाई सामने आ गई। रिपोर्ट में साफ हुआ कि मौत धारदार हथियार से हुए गहरे घावों की वजह से हुई है। इसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
पूछताछ में बेटे ने किया कबूल
पुलिस ने शक के आधार पर मृतका के बेटे नितेश से पूछताछ की। शुरू में वह टालमटोल करता रहा, लेकिन बाद में उसने मां की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली। नितेश ने बताया कि उसकी मां अक्सर छोटी-छोटी बातों पर डांटती थीं, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान रहता था। गुस्से के आवेश में उसने यह खौफनाक कदम उठा लिया।
आईआईटी मुंबई का छात्र, बिगड़ी मानसिक स्थिति
नितेश ने आईआईटी मुंबई से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की थी और कुछ समय तक भोपाल में नौकरी भी की। हालांकि, नौकरी के दौरान उसकी मानसिक स्थिति खराब होने लगी, जिसके बाद परिजन उसे इलाज के लिए घर ले आए थे। परिजनों के अनुसार, पिछले कुछ समय से वह तनावग्रस्त और चिड़चिड़ा रहने लगा था।
पुलिस जांच जारी
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि घटना के समय उसकी मानसिक हालत कैसी थी और क्या इलाज सही तरीके से चल रहा था।
समाज में सदमा और सवाल
इस दर्दनाक घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया है, बल्कि यह भी सवाल उठाया है कि उच्च शिक्षा और बुद्धिमत्ता के बावजूद मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी किस हद तक खतरनाक हो सकती है।








