IRCTC NEWS : त्योहारों और ठंड के मौसम की शुरुआत के साथ ही भारतीय रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) ने बड़ी घोषणा की है। आने वाले तीन महीनों में आइआरसीटीसी देशभर के प्रमुख तीर्थ स्थलों के लिए विशेष रेल सेवाएं शुरू करने जा रहा है। इन ट्रेनों से आगरा, ग्वालियर और झांसी सहित कई शहरों से यात्री टिकट बुक कर सकेंगे।
आईआरसीटीसी अधिकारियों के अनुसार, वर्तमान में ग्वालियर, आगरा और झांसी से चढ़ने की सुविधा वाली दो ट्रेनें घोषित की जा चुकी हैं, लेकिन आने वाले समय में और भी धार्मिक विशेष ट्रेनें चलाई जा सकती हैं ताकि बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके।
पांच नवंबर से गंगासागर–पुरी यात्रा स्पेशल ट्रेन
अगली बड़ी धार्मिक यात्रा पांच नवंबर से शुरू होगी। इस दिन दिल्ली सफदरजंग स्टेशन से गंगासागर–पुरी यात्रा स्पेशल ट्रेन रवाना होगी। इस ट्रेन में दिल्ली के अलावा मथुरा, आगरा, ग्वालियर, झांसी, कानपुर, लखनऊ और अयोध्या जैसे स्टेशनों से यात्री चढ़ सकेंगे।
यह पैकेज भारत के कई पवित्र स्थलों के दर्शन कराएगा, जिनमें शामिल हैं।
गया स्थित महाबोधि मंदिर और विष्णुपद मंदिर
पुरी का भगवान जगन्नाथ मंदिर
कोणार्क का सूर्य मंदिर
कोलकाता का गंगासागर और कालीघाट काली मंदिर
जसीडीह का बैद्यनाथ धाम
वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर
अयोध्या का राम मंदिर
यह यात्रा 9 रात और 10 दिन की होगी। ट्रेन में 640 सीटें स्लीपर क्लास की, 70 थर्ड एसी की और 50 सेकंड एसी की उपलब्ध रहेंगी।
18 नवंबर से सात ज्योतिर्लिंगों की यात्रा
आईआरसीटीसी की एक और विशेष यात्रा 18 नवंबर से प्रारंभ होगी, जिसमें सात ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कराए जाएंगे। यह ट्रेन योग नगरी ऋषिकेश से चलेगी और इसमें ऋषिकेश, हरिद्वार, मुरादाबाद, बरेली, हरदोई, लखनऊ, कानपुर, उरई, झांसी और ललितपुर से यात्री सवार हो सकेंगे। ग्वालियर के श्रद्धालु झांसी स्टेशन से इस यात्रा का हिस्सा बन पाएंगे।
यात्रा के दौरान तीर्थयात्री इन प्रमुख स्थलों के दर्शन करेंगे:
ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर (मध्य प्रदेश)
सोमनाथ और नागेश्वर (गुजरात)
द्वारका और भेंट द्वारका
त्र्यंबकेश्वर और भीमाशंकर (महाराष्ट्र)
गृश्नेश्वर (इलोरा के पास)
यह यात्रा उन श्रद्धालुओं के लिए खास मानी जा रही है जो देश के प्रमुख ज्योतिर्लिंगों का एक साथ दर्शन करना चाहते हैं।
सितंबर की यात्रा और दिसंबर की संभावनाएं
इससे पहले 13 सितंबर को भी गंगासागर–पुरी यात्रा के लिए विशेष ट्रेन चलाई गई थी। इस यात्रा में आगरा, ग्वालियर, झांसी, कानपुर, लखनऊ और अयोध्या से यात्री सवार हुए थे। यह टूर भी नौ रात और दस दिन का था और खासे लोकप्रिय रहा।
अक्टूबर में त्योहारों के कारण धार्मिक ट्रेनें नहीं चलाई गईं। नवंबर में दो ट्रेनों के संचालन की घोषणा हो चुकी है, जबकि दिसंबर में भी दो नई धार्मिक ट्रेनों के चलने की संभावना जताई जा रही है।
सर्दियों में धार्मिक पर्यटन का बढ़ता रुझान
आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत सिन्हा ने बताया कि सर्दियों के मौसम में धार्मिक पर्यटन चरम पर रहता है। ठंडी ऋतु में यात्रा करना अपेक्षाकृत आरामदायक होता है, इसलिए बड़ी संख्या में लोग तीर्थयात्रा और पर्यटन के लिए निकलते हैं। यही कारण है कि दिसंबर में भी और ट्रेनों की योजना पर काम किया जा रहा है।
रेलवे का यह प्रयास उन श्रद्धालुओं के लिए खास है जो ग्वालियर, आगरा और झांसी जैसे शहरों से आसानी से देश के बड़े तीर्थ स्थलों की यात्रा करना चाहते हैं। आने वाले महीनों में इन विशेष ट्रेनों के माध्यम से हज़ारों यात्री अपने धार्मिक और आध्यात्मिक सफर पर निकलेंगे।
मैं सूरज सेन पिछले 6 साल से पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूं और मैने अलग अलग न्यूज चैनल,ओर न्यूज पोर्टल में काम किया है। खबरों को सही और सरल शब्दों में आपसे साझा करना मेरी विशेषता है।