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MP : दिल दहला देने वाली वारदात: शक ने ले ली प्रेमिका की जान, दो दिन लाश के साथ रहा प्रेमी

MP : राजधानी भोपाल से ...

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MP : राजधानी भोपाल से हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। यहां एक युवक ने अपनी लिव-इन पार्टनर की गला दबाकर हत्या कर दी, वजह थी सिर्फ शक। बेरोजगार सचिन राजपूत (करीब 30 साल) को लगने लगा था कि उसकी प्रेमिका रितिका सेन (उम्र लगभग 28 साल) का दफ्तर में अपने बॉस से नजदीकी रिश्ता है। यह शक धीरे-धीरे उस पर इस कदर हावी हो गया कि उसने अपनी प्रेमिका को ही मौत के घाट उतार दिया।

रोजगार की कमी बनी रिश्ते में दरार

बताया जा रहा है कि रितिका एक निजी कंपनी में काम कर रही थीं, जबकि सचिन के पास कोई नौकरी नहीं थी। इस वजह से दोनों के बीच बहस होना आम बात थी। सचिन को लगता था कि रितिका उसके साथ बेवफाई कर रही है। आए दिन इसी बात को लेकर झगड़े होते थे, मगर 27 जून की रात बात इतनी बढ़ गई कि गुस्से में सचिन ने रितिका का दम घोंट दिया।

हत्या के बाद दो दिन तक लाश के साथ

रात में हत्या करने के बाद सचिन ने शव को एक बड़े प्लास्टिक बैग में भरकर बेड पर ही रख दिया। हैरानी की बात यह रही कि इसके बाद भी उसने भागने या पुलिस को खबर देने की बजाय उसी कमरे में दो दिन तक लाश के पास शराब पी। इस दौरान उसका मानसिक संतुलन भी बिगड़ता चला गया और कमरे में लाश से बदबू फैलने लगी।

दोस्त के सामने कबूला जुर्म

घटना के दो दिन बाद सचिन ने शराब के नशे में अपने एक पुराने दोस्त को सारी सच्चाई बता दी। दोस्त को पहले तो यकीन नहीं हुआ लेकिन जब सचिन ने अगली सुबह भी वही बात दोहराई, तो उसने फौरन बजरिया थाने में पुलिस को सूचना दी।

कमरे में मिला सड़ा हुआ शव

पुलिस जब मौके पर पहुंची तो कमरे से तेज दुर्गंध आ रही थी। अंदर देखा तो बिस्तर पर बोरे में रितिका की लाश मिली। शव को तुरंत पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया और सचिन को हिरासत में ले लिया गया। थाना प्रभारी शिल्पा कौरव ने जानकारी दी कि सचिन ने खुद जुर्म कबूल कर लिया है और उसके खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है।

यह कोई पहला मामला नहीं है जब शक के चलते लिव-इन पार्टनर ने खून किया हो। देश के कई बड़े शहरों में इस तरह के मामले बढ़ते जा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि जब रिश्तों में भरोसा, आर्थिक असंतुलन और शक एक साथ मिल जाते हैं तो हालात अक्सर खतरनाक मोड़ ले लेते हैं।

भोपाल की यह दुखद घटना इस बात की मिसाल है कि प्यार में जब शक का जहर घुलता है तो वह प्यार को ही लील जाता है। रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए भरोसे और बातचीत की बेहद जरूरत है, वरना प्यार कभी कभी पागलपन बन जाता है।

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मैं सूरज सेन पिछले 6 साल से पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूं और मैने अलग अलग न्यूज चैनल,ओर न्यूज पोर्टल में काम किया है। खबरों को सही और सरल शब्दों में आपसे साझा करना मेरी विशेषता है।
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